डेस्क:
अच्छा बताईये! अगर आपको खुद की कहानी बताने के पैसे मिलें तो कैसा लगेगा। अच्छा लगेगा ना। अब सोचिए कि अगर आपको अपनी ही कहानी सुनाने के करोड़ों रुपये मिल जाए तब तो आप सातवें आसमान में चले जाएंगे। कुछ ऐसा ही हुआ है न्यूयॉर्क के एक जोनाथन कोनयर्स के साथ। दरअसल, उन्होंने अपने ही डिबेट क्लब से अपने कोच के लिए 1.2 मिलियन डॉलर यानी करीब 9 करोड़ 32 लाख रुपये जामा कर दिए।
ह्यूमंस ऑफ न्यूयॉर्क (human’s of new york) नाम का एक सोशल मीडिया पेज है जहां लोग अपने जीवन से जुड़ी कहानियां बताते है। जोनाथन ने भी अपनी रियल लाईफ स्टोरी इस पेज पर शेयर की थी। खुशकिस्मती से ये स्टोरी वायरल हो गई।
अपनी कहानी छोड़ टीचर की कहानी सुनाई
इसके बाद लोगों ने डिबेट कोच (K.M. DiColandrea) के लिए बड़ी रकम डोनेशन के तौर पर जमा कर दी। ब्रैंडन स्टैटम (Humans of New York) के फाउंडर ने जब कोनयर्स से उनकी कहानी बताने के बारे में कहा तब कोनयर्स ने फैसला किया कि वह अपनी नहीं बल्कि अपने डिबेट कोच की कहानी बताएंगे।
14 साल के थे जोनाथन जब वो डिबेट टीचर से मिले थे
जोनाथन बताते हैं कि ( DiColandrea) वो पहली बार 2009 में मिले थे तब वो14 साल के थे। जोनाथन को हार्लेम में फ्रेडरिक डगलस एकेडमी में भर्ती कराया गया जहां स्कूल प्रिंसिपल ने जोनाथन से स्कूल खत्म होने के बाद की कोई एक्टिविटी चुनने के लिए कहा, जिसके बाद जोनाथन ने डिबेट चुना।
डिबेट टीचर हमेश करती थी मदद
जोनाथन ने बताया कि वो अपनी डिबेट टीचर को डिको के नाम से बुलाते हैं। जोनाथन के माता-पिता एक ड्रग एडिक्ट थे, जिसकी वजह से घर पर उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ती थी। इस दौरान उनकी डिबेट टीचर ने उनका काफी साथ दिया था।
फंडिंग के जरिये जमा किये पैसे
जोनाथन ने आगे बताया कि मिस डिको ने जब भी उन्हें किसी भी चीज़ की जरूरत पड़ी उन्होंने उनकी मदद की और घर वालों की तरह ही उनका हमेशा ख्याल रखा। जोनाथन की ये कहानी साझा करने के बाद 'Humans Of New York' पेज के फाउंडर ब्रैंडन ने 'GoFundMe' के तहत फंडिंग की व्यवस्था की और 1.2 मिलियन डॉलर (लगभग 9 करोड़ 32 लाख रुपए) मिस डिको के लिए जमा हो गए।