धनकुबेर चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से शुरू हुआ खेल झारखंड सरकार के मंत्री तक जा पहुंची। दरअसल,वीरेंद्र राम से जब ईडी पूछताछ कर रही थी उस वक्त उसने मंत्री आलमगीर का नाम लिया था।
पिछले कुछ दिनों से साइक्लोन की वजह से झारखंड में गर्मी से राहत थी। तापमान नीचे गिर गया था। लेकिन अब फिर से पारा हाई होने वाला है क्योंकि साइक्लोन का असर खत्म हो गया है।
6 मई ईडी की रेड से शुरू हुई यह कार्रवाई मंत्री आलमगीर आलम के गिरफ्तारी तक जा पहुंची है।
विष्णु अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की टीम पहुंची है। ईडी की टीम न्यूक्लियस मॉल का सर्वे कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी मॉल की जमीन की मापी करा रही है। मौके पर टाउन सीओ सहित ईडी के अधिकारी मौजूद है।
झारखंड के आग्निशमन विभाग और आधुनिक होने वाला है। आग का मुकाबला करने के लिए विभाग में और 13 नए वाहन जुड़ने वाले हैं। इसे लेकर चार सदस्यीय टीम को वाहन के निरीक्षण के लिए महाराष्ट्र भेजा गया है।
झारखंड में गर्मियों के मौसम में तापमान में उतार-चढ़ाव को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्कूलों की टाइमिंग में बड़ा बदलाव किया है।
तिसरी, सतगांवा, जयनगर, आदि इलाके में एक बड़ी आबादी अभ्रक खनन से जीवन यापन करती है। लेकिन कोई वैध खदान नहीं होने के कारण लोगों को बिचौलिए का सहारा लेकर काम करना पड़ता है।
यहां अभ्रक की खदानें हैं लेकिन आपको क्या मिला। मोदी ने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। नई नीति बनाई। जिला खनिज फंड बना। जो भी खनिज संपदा निकलता है, उसका एक हिस्सा उस जिले के विकास के लिए खर्च होना चाहिए।
झारखंड में गर्मी का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने वाली है। अगले तीन दिनों में 3 डिग्री पारा बढ़ेगा। जिससे लोगों को गर्मी का अहसा ज्यादा होगा। वहीं 15 मई से 19 मई तक आसमान में बादल छाए रहेंगे लेकिन मौसम शुष्म रहेगा।
दरअसल, रांची की सीबीआई कोर्ट ने रंजीत कोहली को अंतिम सांस तक जेल में रहने की सजा दी थी। वहीं उसकी मां कौशल रानी और मुश्ताक अहमद को 10 साल की सजा सुनायी थी।
ग्रामीण मतदान केन्द्र के पास जमा हुए, लेकन मतदान का बहिष्कार कर दिया। साथ ही एकजुट ग्रामीण इस बात की भी निगरानी बनाये रखे हुए थे कि कोई भी मतदाता मतदान न करें।
प्रधानमंत्री मोदी और RSS का गुप्त एजेंडा है, भारत के संविधान को उनकी विचारधारा के अनुसार बदला जाए। वो भारत के संविधान का विरोध शुरू से करते आए हैं। वो तिरंगे को भी भारत का ध्वज मानने से इंकार करते थे। वो SC, ST और OBC या किसी भी वर्ग के लिए आरक्षण को गलत