साहिबगंज जिले के विभिन्न इलाकों में 1250 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन हुआ है। इस बात का खुलासा ईडी ने वन विभाग, प्रशासन, खनन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण के अफसरों के साथ जिले के विभिन्न इलाकों में अवैध खनन की जांच के लिए चलाए गए 20 ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बताया कि साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से 7.55 लाख रुपये सहित कुल 36.99 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है।
झारखंड में पुरानी शराब नीति के जरिए टेंडर आवंटन में हुए घोटाले को लेकर ईडी ने संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को फिर समन भेजा है। गजेंद्र को 4 दिसंबर की सुबह 11 बजे तक ईडी आफिस में हाजिर होने को कहा गया है।
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के निधन की खबर मिलने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन ने अस्पताल पहुंचकर उन्हें श्रंद्धाजलि दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि यह जानकर दुख हुआ कि झारखंड के स्कूल शिक्षा मंत्री थिरु @Jagarnathji_mla जिन्हें चेन्नई के ए
झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता एवं उत्पाद और मद्य निषेध विभाग ने राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन पर समाहरणालय परिसर में शोक सभा का आजोजन किया गया। इस दौरान डीसी राहुल कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) राँची दीपक कुमार दु
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का आज निधन हो गया। उन्होंने चेन्नई में अंतिम सांस ली। शिक्षा मंत्री के पार्थिव शरीर को चेन्नई से झारखंड 7 अप्रैल यानि की कल लाया जाएगा। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए विधानसभा परिषद ले जाया जाएगा। इस
जगरनाथ महतो के निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। पक्ष-विपक्ष के नेता ट्वीट कर शोक जता रहे हैं। सबसे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे अपूरणीय क्षति बताते हुए शोक जताया है। इधर विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी दुख जताया है।
आज झारखंड कैबिनेट की बैठक होने वाली थी। जिसे झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के निधन के बाद स्थगित कर दिया गया है। जगरनाथ महतो का यूं अचानक चले जाना पूरे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।
इस वक्त बेहद ही दुखद घटना सामने आ रही है। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का निधन हो गया है। उन्होंने चेन्नई में अंतिम सांस ली है। बीते दिनों उनके स्वास्थ्य में गड़बड़ी होने के बाद चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ईडी ने झारखंड हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर यह बताया है कि कि राज्य के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने एजेंसी की जांच को बाधित करने के लिए बरहरवा टोल प्लाजा मामले की जांच के दौरान ईडी के अधिकारियों की जासूसी की थी।
जगरनाथ महतो ने कहा कि मगही और भोजपुरी भाषी लोग यहां अपना रोजगार-व्यापार करें। इससे झारखंडियों को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वो हमारा हक-अधिकार छीनेंगे तो विरोध होगा।
कक्षा छठी से आठवीं तक की ऑफलाइन कक्षाएं शुक्रवार यानी आज से शुरू होगी