जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ में अबतक 5 आतंकी मारे गए हैं। वहीं दो जवान शहीद हुए हैं। मुदरघम में दो-तीन आतंकियों और चिन्निगम फ्रिसल में एक और आतंकी के छिपे होने की संभावना है।
तीनों को अभी तक ये नहीं बताया गया है कि उनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। हमने उन्हें बताया कि उनके माता-पिता का इलाज चल रहा है।”
कश्मीर में आतंकियों ने गैर-कश्मीरियों का रहना मुश्किल कर दिया है। हालत ऐसी हो गई है कि अब कश्मीरी पंडित अपने घर में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। इन टार्गेट किलिंग्स के बाद लोगों में दहशत है और वे घाटी के बजाय जम्मू में रहना चाहते हैं।