हंटरगंज थाना क्षेत्र में कोबना गांव में तीन साल बच्ची पर किसी जंगली जानवर ने हमला कर दिया है। बच्ची पुरी तरह से जख्मी है। डॉक्टरों का कहना है कि कुत्ते इस तरह से घसीटते नहीं है। जानकारी के अनुसार बच्ची जब शौच के लिए गई थी।
पिपरवार थाना अंतर्गत एनके एरिया सीसीएल के पूर्णाडीह परियोजना के कांटा घर में बीती रात चोरी की घटना घटी है। अज्ञात चोरों ने कांटा घर का दरवाजा तोड़कर कंप्यूटर, प्रिंटर, सीसीटीवी कैमरा, यूपीएस सहित 23 बैटरी चुरा लिया है।
चतरा शहर में नए बैंकों का खुलना चतरा जिला के लिए गर्व की बात है। ये बात राज्य के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने बंधन बैंक के उद्घाटन समारोह में कही है। इस समारोह में उन्होंने शाखा प्रबंधक को बधाई दी।
राहुल गांधी के नेतृत्व में तकरीबन दो महीने पहले ये भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी में हुई थी। अब तकरीबन 2,000 किलोमीटर का सफर तय कर के तमिलनाडु केरल आंध्र प्रदेश तेलंगाना महाराष्ट्र होते हुए मध्यप्रदेश पहुंच चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा में लाखों ल
चतरा जिले से बेहद ही दर्दनाक घटना सामने आ रही है। यहां देर रात एक महिला और उसकी मासूम बेटी को जिंदा जला दिया गया है। बताया जा है कि मृतका महिला पति और सास ने ही घटना को अंजाम दिया है।
चतरा जिले से फर्जीवाड़ा का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल में मां और बेटा दोनों नौकरी कर रहे हैं। बेटा प्रधानाध्यापक है जबकि मां शिक्षिका है। सबसे बड़ी बात कि मां अपने बेटे से महज 6 साल की बड़ी है
एक युवक का अपनी पत्नी को ससुराल जाकर मनाना भारी पड़ गया। बताया जा रहा है कि युवक की पत्नी घरेलू विवाद के बाद मायके गई थी। मामला चतरा जिले के नक्सल प्रभावित कुंदा थाना क्षेत्र के सोहरलाट गांव का है।
एक बच्ची के साथ एक मौलाना ने सारी हैवानियत की हदों को पार कर दिया। तबीयत ठीक करने के नाम पर बच्ची के साथ इस कदर दरिंदगी की कि बच्ची की स्थिति गंभीर हो गई है। जिसके बाद उसे रिम्स में भर्ती कराना पड़ा है।
चतरा में एक तिलक समारोह में दावत खाने के बाद कहा जा रहा है कि लगभग पांच सौ लोग बीमार हो गये हैं। मामला हंटरगंज प्रखंड के वशिष्ठनगर के पिपरपांती मोहल्ले का है।
इटखोरी थाना क्षेत्र के परसौनी गांव में शनिवार को एक जमीन को लेकर दो पक्षों मे जमकर पत्थरबाजी हुई। स्थानीय पुलिस प्रशासन दखल के बाद विवाद शांत हुआ है। हालांकि, तनाव अभी भी कायम है। किसी को चोट नहीं आयी है। दरअसल परसौनी गांव में कब्रिस्तान तथा खेल मैदान को
आजादी के 73 साल बाद भी जब कई गांवों से पाषाण युग वाली तस्वीर सामने आती है तो मन व्यथीत हो जाता है। गांवों की बदहाल स्थिति देखकर सिस्टम की लाचारी और लापरवाही का पता चलता है। बातें तो आदर्श और स्मार्ट गांव की होती है लेकिन अब भी कई गांव वैसे हैं जहां जीवन ज