बिहार की राजधानी पटना से देश में पूरी तरह से बैन बाल विवाह की घटना सामने आयी है।
बाल विवाह और महिलाओं तथा बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने की रणनीति बनाने के लिए एक दिवसीय राज्यस्तरीय परामर्श का आयोजन किया गया।
आंकड़े बताते हैं कि झारखंड में पिछले 5 साल में बाल विवाह के 34 मामले दर्ज किए गए हैं। यह काफी चिंताजनक बात है।
राज्यपाल रमेश बैस ने गुरुवार को एसोसिएशन फॉर अडवोकेसी एंड लीगल इंसेटिव्स ट्रस्ट द्वारा होटल बीएनआर चाणक्या में आयोजित बाल विवाह परिचर्चा में हिस्सा लिया। राज्यपाल ने कार्यक्रम में बाल विवाह उन्मूलन हेतु अली संस्था से जुड़कर काम करने वाली 3 बालिकाओं श्वेता
सहभागिता से ही खत्म होगी बाल विवाह की कुप्रथा, गोड्डा में हुआ वर्चुअल कार्यक्रम