द फॉलोअप डेस्क
भारत के टी-20 विश्व विजेता बनने के साथ ही भारतीय टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है। जहां एक तरफ कप्तान रोहित और किंग कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल से अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। वहीं दूसरी ओर राहुल द्रविड़ का बतौर इंडिया कोच का सफर खत्म हो गया है। तीनों खिलाड़ियों का यह सफर आसान नहीं था। कई सवाल उठे लेकिन ये डटे रहे। टी 20 इंटरनेशल के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने द्रविड़ के मार्गदर्शन, रोहित के कप्तानी और कोहली के शानदार बल्लेबाजी के बदौलत 17 साल के इंतजार के बाद ट्रॉफी को घर लाया।
रोहित-विराट ने टी-20 से संन्यास लिया
रोहित-विराट के साथ टीम के बाकी खिलाड़ी भी अहम रहे, लेकिन इंडियन क्रिकेट के इन 2 दिग्गजों ने भारत की वर्ल्ड कप भूख खत्म करते ही टी-20 से संन्यास ले लिया। रोहित शर्मा ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास लेते हुए कहा, 'यह मेरा आखिरी मैच भी था। संन्यास लेने इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। मैं ट्रॉफी को बुरी तरह चाहता था। इसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है। रोहित से पहले विराट ने अपने रिटारमेंट का ऐलान कर दिया था। विराट ने कहा, 'यह मेरा आखिरी टी-20 मैच था। यह हमारा सपना था, हम ICC टूर्नामेंट जीतना ही चाहते थे, हम कप उठाना चाहते थे। मैंने सिचुएशन का सम्मान किया, फोकस रखा और अपनी टीम के हिसाब से खेला।
द्रविड़ के लिए एक गैरवपूर्ण विदाई
पूर्व भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने टी20 विश्व कप 2024 के समापन के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के रूप में अपना करियर समाप्त कर लिया। रोमांचक फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हरा दिया। बता दें कि राहुल द्रविड़ के कोच रहते भारतीय टीम 3 बार वर्ल्ड आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। लेकिन, एक बार भी फाइनल नहीं जीत पाई है। ऐसे में यह जीत द्रविड़ के लिए एक गैरवपूर्ण विदाई है। हालांकि इस खुशी उनके चेहरे पर दिखी थी। जिस तरीके से उन्होंने ट्रॉफी हाथ में लेकर जश्न मनाया उससे उनकी खुशी और सफर खत्म होने संतुष्टि साफ झलक रही थी।