डेस्क:
युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने इतिहास रचा है। रमेशबाबू ने चेसेबल मास्टर्स फाइनल में अपनी जगह बना ली है। यह कारनामा करने वाले वे भारत के पहले खिलाड़ी है। उनका फाइनल मुकाबला चीन के नंबर-2 खिलाड़ी डिंग लिरेन से होगा।
विश्व चैंपियन कार्लसन को हराया
रमेशबाबू प्रज्ञानानंद का सेमीफाइनल मुकाबला डच ग्रैंडमास्टर अनीश गिरि से हुआ था। यह मुकाबला काफी रोमांचक था। दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। अंतत: मुकाबला टाई ब्रेकर में जाकर रूका जिसमें रमेशबाबू ने 3.5-2.5 से अनीश गिरि को हराया। वहीं अपने 5वें दौर के मुकाबले में विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन को हराया था। यह दूसरा मौका था, जब उन्होंने विश्व चैंपियन को पराजित किया था। इससे पहले फरवरी के महीने में उन्होंने एयरथिंग्स मास्टर्स में कार्लसन को पहली बार हराया था।
दूसरे सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर
प्रज्ञानानंद रमेशबाबू शतरंज के खेल में दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने वाले शख्स हैं। जबकि, वर्तमान में वे ही सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर हैं।