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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के दिल्ली दौरा के क्या हैं राजनीतिक मायने! चर्चा तेज

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द फॉलोअप टीम, रांची:
क्या झारखंड की सरकार और सियासत में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है या पड़ोसी राज्य बिहार की तरह की अंदर-अंदर कुछ अलग ही खिचड़ी पक रही है। दरअसल ऐसा सत्ता-विपक्ष के प्रमुख नेताओ की लगातार दिल्ली यात्रा के कारणों के पीछे के कारक को सियासी पंडित तलाश रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्ववर उरांव और वरिष्ठ नेता धीरज प्रसाद साहू के दिल्ली दौरा को इसी मायने में देखा जा रहा है। अब ताजा सूवना है कि पूर्व सीएम व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास भी कल यानी रविवार सुबह दिल्ली  रवाना हो रहे हैं। कहने के लिए तो वो भाजपा की राष्ट्रीय बैठक में शामिल होंगे। लेकिन सियासी गलियारे की खबर इसे सत्ता परिवर्तन के रूप में भी देख रही है। इसे प्रामाणिक ढंग से भले नहीं कहा जाए, पर कुछ तो है जिसकी परदेदारी है।

बंगाल के बाद यूपी चुनाव पर भाजपा का फोकस 
बंगाल के चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। हालांकि सत्ता  से दूर रही पार्टी, लेकिन उसका प्रदर्शन संतोषजनक रहा। भाजपा इससे संतुष्ट हरगिज नहीं। इधर यूपी समेत कई राज्यों  में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इसमें भाजपा किसी तरह की चूक करना नहीं चाहती कि सत्ता से दूर रहना पड़े। जून के पहले सप्ताह ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी महासचिव की बैठक की थी। बाद में सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे।

कल भी दिल्ली में हुई थी बैठक
उत्तर-प्रदेश को लेकर दिल्ली में शुक्रवार को भाजपा की अहम बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे। हालांकि, मीटिंग का एजेंडा गुप्त रखा गया। अब भाजपा के सभी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की बैठक अमित शाह की अगुवाई में रविवार को होने जा रही है। रघुवर दास उसमें ही शामिल होने जा रहे हैं। लेकिन झारखंड में चर्चा कुछ और ही चल रही है।