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लातेहार: सुग्गी गांव में ग्रामीणों ने जांच टीम को भगाया, टेस्ट और वैक्सीनेशन को लेकर भ्रांति बनी वजह

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द फॉलोअप टीम, लातेहार: 
झारखंड का लातेहार जिला सर्वाधिक कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले में प्रदेश में छठा जिला है। यहां अभी भी 2 हजार से ज्यादा एक्टिव कोरोना मरीज हैं। इसकी वजह है ग्रामीण इलाकों में जागरूकता का अभाव। लातेहार के ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन और कोरोना जांच को लेकर कई सारी भ्रांतियां हैं। लोग जांच नहीं करवाना चाहते। टीके को लेकर उनके मन में भय है।

प्रशासन की जांच टीम को भगा दिया जाता है
मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में जिला या प्रखंड मुख्यालय द्वारा भेजी गयी जांच टीम को भगा दिया जाता है। लोगों का मानना है कि कोरोना की जांच काफी खतरनाक साबित होती है। वैक्सीनेशन को लेकर भी अफवाह फैलाई गयी है। ग्रामीणों के बीच भ्रांति है कि वैक्सीन लगवाने से लोगों की मौत हो जाती है। पुरुषों में भ्रांति है कि टीका लगवाने से नपुंसकता होगी। लातेहार के महुआटांड अनुमंडल पदाधिकारी नीत निखिल सुरीन ने कहा कि ग्रामीणों में जागरूकता का घोर अभाव है। यही वजह है कि जांच और वैक्सीनेशन में दिक्कत आ रही है। 

सुग्गी गांव में वैक्सीनेशन का भारी विरोध हुआ
लातेहार जिला के सुग्गी गांव में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। सुग्गी गांव महुआटांड प्रखंड मुख्यालय से 10 किमी दूर है। यहां पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के मामले बढ़ने की सूचना मिल रही थी। प्रशासन की तरफ से एक जांच टीम भेजी गयी थी। टीम को वहां से भगा दिया गया। टीम के सदस्यों के साथ ग्रामीणों ने बदसलूकी भी की। कोई भी ग्रामीण सैंपल देने को तैयार नहीं हुआ। ऐसी स्थिति टीम को बिना जांच किए ही बैरंग लौटना पड़ा। पदाधिकारी इसे भविष्य के लिए खतरनाक मान रहे हैं। यदि संदिग्ध संक्रमित सैंपल की जांच नही करायेगा तो संक्रमण फैलेगा। 

महज छह हजार लोगों का ही वैक्सीनेशन हुआ
स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा बताता है कि महुआटांड में अब तक केवल छह हजार लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा सका है। केवल 1200 लोग वैसे हैं जिन्हें वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगाया गया है। 14 मई को कैंप लगाया गया था। उस दिन 18 वर्ष से अधिक आयु वाले केवल 27 लोगों ने ही टीका लगवाया। ग्रामीण इलाकों में लोग वैक्सीनेशन से भाग रहे हैं। ये चिंताजनक है। 

यूपी बिहार के गावों में फैल गया है संक्रमण
पिछले कुछ समय से दिखाया जा रहा है कि कैसे कोरोना वायरस का संक्रमण यूपी और बिहार के ग्रामीण इलाकों में फैल गया है। मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है। गंगा नदी में तैरती लाशें काफी भयावह है। यूपी और बिहार के कई गावों में महज 2 सप्ताह के भीतर 40 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। उनकी जांच नहीं हुई थी लेकिन उनमें कोरोना जैसे लक्षण थे। झारखंड सरकार ग्रामीण इलाकों में कोरोना का संक्रमण रोकने की कोशिशों में लगी है। सखी मंडल की दीदियों को जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी दी गयी है। प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटीन किया जा रहा है। जांच बढ़ाई गयी है।