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हॉस्पिटल की कारस्तानी! महज 18 घंटे इलाज के बाद मरीज को थमाया 1 लाख 28 हजार का बिल, सीएम ने लिया संज्ञान

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
रांची में एक निजी हॉस्पिटल द्वारा कोरोना मरीज से ज्यादा पैसा वसूलने का मामला सामने आया। रातू रोड स्थित वरदान हॉस्पिटल में महज 18 घंटे के लिए भर्ती कोरोना मरीज के परिजनों को 1 लाख 28 हजार रुपये का बिल थमा दिया। यही नहीं, हॉस्पिटल ने ये भी कह दिया कि मरीज को कहीं और ले जायें। वी आर रांची नाम के ट्विटर हैंडल से इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की गयी। 

मुख्यमंत्री ने शिकायत पर लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री ने इस शिकायत पर संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा कि अस्पताल द्वारा अधिक पैसा वसूला जा रहा है। सीएम हेमंत सोरेन ने रांची के उपायुक्त छवि रंजन से कहा कि मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। मामले में क्या कार्रवाई की गयी, समाचार लिखे जाने तक इसकी जानकारी नहीं मिल पायी थी। इस मामले  ने स्पष्ट कर दिया कि रांची में निजी हॉस्पिटल द्वारा मरीजों से मनमाना वसूली की जा रही है। स्थिति भयावह है। 

वरदान हॉस्पिटल में हुई मनमानी वसूली
जानकारी के मुताबिक कोरोना मरीज को रातू रोड स्थित वरदान हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महज 18 घंटे बाद हॉस्पिटल प्रबंधन ने एक स्टेटमेंट जारी किया। इसमें लिखा था कि मरीज कोरोना से संक्रमित है। उसका इलाज आईसीयू में किया जा रहा है। तमाम डॉक्टर्स औऱ मेडिकल स्टाफ ने उनके इलाज के लिए अपना सबसे बेहतर प्रयास किया। हालांकि कोरोना की प्रकृति के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
मरीज की स्थिति काफी गंभीर है। उनकी जिंदगी को खतरा है। प्रबंधन ने कहा कि यदि परिजन मरीज को बेहतर इलाज के लिए कहीं और ले जाना चाहते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी। 

पैसा वसूल कर जाने को बोल दिया गया
इस स्टेटमेंट के साथ हॉस्पिटल ने मरीज के परिजनों को महज 18 घंटे के इलाज के लिए 1 लाख 28 हजार रुपये का बिल थमा दिया। निजी हॉस्पिटल द्वारा मनमानी का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी रांची में ऐसा मामला आया था। वहां भी सीएम के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को पैसा लौटा दिया गया था। निजी पैथोलैब भी लोगों को लूट रहे हैं। नवीन जायसवाल ने एक ऐसा ही वाकया साझा किया था जब उनके माता पिता की गलत कोरोना रिपोर्ट दी गयी।