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उत्तराखंड डीजीपी ने किया था दावा! हरिद्वार कुंभ सुपर स्प्रेडर नही है, निकल आये 102 कोरोना संक्रमित

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द फॉलोअप टीम,हरिद्वार:

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण रोज हैरान करने देने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। धार्मिक स्थलों पर लोगों का भीड़ में इकट्ठा होना रुका नहीं है। अभी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है हरिद्वार कुंभ (Haridwar Kumbh)। भीड़ के कारण उत्तराखंड सरकार प्रोटोकॉल फॉलो करवाने में दिक्कतों का सामना हो रहा है। प्रशासन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

नहीं हो रही है लोगों की जांच
जानकारी के मुताबिक ना तो ढंग से थर्मल स्कैनिंग हो रही है और ना ही लोग मास्क पहन रहे हैं। सोमवार को ही राज्य के डीजीपी ने दावा किया था कि हरिद्वार कुंभ सुपर स्प्रेडर की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। जिन 18,169 श्रृद्धालुओं का कोरोना टेस्ट किया था, उनमें से 102 पॉजिटिव निकले हैं । 

क्या कहा था डीजीपी ने 
एक निजी समाचार चैनल के साथ एक कार्यक्रम में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा था कि भले ही कुंभ मेले में भीड़ हो, लेकिन इसे सुपर स्प्रेडर नहीं कहा जा सकता। 'कुंभ मेला किसी बंद जगह पर नहीं बल्कि एक खुली जगह पर हो रहा है। गंगा नदी का पानी भी रुका हुआ नहीं है। वह लगातार बह रहा है। 90 फीसदी लोग भी आने के बाद वापस चले जाते हैं। ऐसे में डेटा से यही पता चल रहा है कि यह एक सुपर स्प्रेडर इवेंट नहीं है.’। हालांकि बढ़ते मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। 

क्या कहते है मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अपने दावे हैं। उनका कहना है कि कोरोना संकट में कुंभ मेले में हर तरह की सावधानी बरती जा रही है और प्रशासन पूरी सख़्ती बरत रही है।  लेकिन फिर भी कुंभ में लाखों लोगों की भीड़ की तस्वीरें और श्रद्धालुओं के बीच कोविड केसों का मिलना एक चिंता का विषय है।