द फॉलोअप टीम, हजारीबाग
शनिवार की सुबह हजारीबाग के एसपी के पास मंत्रीजी का फोन जाता है, मंत्रीजी पूूछते हैं, “अरे कैसे हो रहा है ये सब। छात्र लोग से पैसा और सामान छीन लिया अपराधी लोग। सब अपराधी को 24 घटा के अंदर पकड़िये और इन बच्चों का सामान दिलावए.. पकड़़ने के बाद हमको सूचना भी दीजिएगा।” यह कॉल राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने की थी।
बस से उतरते ही अपराधियों ने दबोच लिया
दीनदयाल उपाध्याय कौशल प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे एक छात्र और छात्राा गोड्डा जिला से हजारीबाग आ रहे थे। हजारीबाग से उन्हें गुजरात नौकरी के लिए जाना था। जैसे ही छात्र कॉलेज मोड़ के पास उतरे और अपने ट्रेनिंग सेंटर के लिए आगे बढ़े ही थे कि रास्ते में अपराधियोंने उनके साथ मारपीट की। उनके पैसे, कपड़ा, आधार कार्ड समेत सर्टिफिकेट छीन लिया। ब्यूटी कुमारी और प्रवीण कुमार ने बताया कि सभी लड़के नशे में थे और उनके पास से कुल मिलाकर 7,500 रुपए था।
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मंत्री तक कैसे पहुंची बात
मारुति में नौकरी करने अहमदाबाद जाने के लिए सेंटर के युवाओ को जाना था। उन्हें रवाना करने के लिए मंत्री बादल पत्रलेख मुख्य अतिथि के तौर पर हजारीबाग आए थे। मंत्री को अपने बीच देखकर पीडित बच्चों ने मंत्री से गुहार लगाई कि छीने हुए सर्टिफिकेट वापस दिलाएं। ऐसे में मंत्री ने हजारीबाग एसपी से टेलीफोन पर अपराधियों की धरपकड़ के लिए कार्रवाई करने की बात कही है।
सेंटर ने कहा हर संभव मदद करेंगे
घटना के बाद दोनों छात्र काफी परेशान हैं। क्योंकि उनके पास अब न ही कपड़ा है और न ही पैसे। ऐसे में उन्हें नौकरी के लिए गुजरात भी जाना है। ऐसी स्थिति में सेंटर का कहना है कि हरसंभव हम मदद भी करेंगे। लेकिन ऐसी घटना ने एक बार फिर पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़ा कर दिया है।