द फॉलोअप टीम, हजारीबाग:
झारखंड की धरती से एक और प्रतिभा ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। नाम है शिवम कुमार सिंह। शिवम 12वीं कक्षा के छात्र हैं। अपनी तकनीकी जानकारी और रूचि की बदौलत शिवम ने वो कर दिखाया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। शिवम ने यूपी के रहने वाले अपने दोस्त के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के एज ब्राउजर में खामी ढूंढ़ी और कंपनी को इसकी जानकारी दी।
माइक्रोसॉफ्ट ने दिया पंद्रह लाख रुपये का ईनाम
शिवम और उनके साथी से खुश होकर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने 15 लाख रुपये का ईनाम दिया है। शिवम दरअसल हजारीबाग जिला के चौपाहरण प्रखंड स्थित सेलहरा के रहने वाले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट के एज ब्राउजर में कुछ तकनीकी खामी थी। शिवम ने अपने साथी के साथ मिलकर उस तकनीकी खामी को पकड़ा और कंपनी को रिपोर्ट किया। माइक्रोसॉफ्ट के एज ऑन क्रोमियम बाउंटी प्रोग्राम के तहत दोनों को ईनाम दिया गया। शिवम ने बताया कि वो सिक्योरिटी रिसर्चर हैं और हजारीबाग में रहकर ही अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।
साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी कंपनी बनाएंगे शिवम
तकनीकी में रूचि की वजह से शिवम पार्ट टाइम बग बाउंटी प्रोग्राम में हिस्सा लेते रहते हैं। बता दें कि शिवम ने माइक्रोसॉफ्ट के एज ब्राउजर में मौजूद खामी को ना केवल ढूंढ़ा था बल्कि उसे ठीक भी किया था। शिवम की प्रारंभिक शिक्षा सेलहरा से हुई। इसके बाद शिवम ने डीपीएस हजारीबाग में पढ़ाई की। 12वीं की पढ़ाई शिवम ने डीएवी हजारीबाग से पूरी की। शिवम की इच्छा हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से साइबर सिक्योरिटी में डिग्री हासिल करने की है। शिवम साइबर सिक्योरिटी से संबंधित एक बड़ा प्लेटफॉर्म पर कंपनी बनाकर काम करना चाहता है। फिलहाल शिवम के कारनामे की खूब चर्चा है।