द फॉलोअप टीम, रांची:
निर्दलीय विधायक सरयू राय लगातार अवैध खनन का मामला उठाते रहे हैं। ताजा मामला पश्चिमी सिंहभूम का है। उन्होंने चाईबासा के खनन व वन विभाग पदाधिकारी पर आरोप लगाया है कि वो अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया ही था, कि मीडिया के समक्ष भी सारी बातें विस्तार से बताई हैं। पत्रकारों से उन्होंने करमपदा माइंस का मामला उठाया। राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। सरयू राय बोले कि यदि राज्य सरकार ने मामले में हस्तक्षेप नहीं किया, तो वो हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट जाने से नहीं चूकेंगे।
केंद्र सरकार से भी करेंगे शिकायत
सरयू राय ने कहा कि वो मामले में केंद्र सरकार से भी शिकायत करेंगे। करमपदा माइंस के पट्टे को लेकर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के उस फैसले को रद्द कर दिया है, जिसमें सरकार ने लीज कैंसल कर दिया था। राज्य सरकार को सुनवाई करके फैसला लेने को कहा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आयरन ओर की ढुलाई का आदेश दिया गया है।
शाह ब्रदर्स पर भी उठाया प्रश्न
सरयू राय ने कहा कि निश्चित तौर पर वो सिर्फ शाह ब्रदर्स का ही नहीं बल्कि दूसरी कंपनियों का किस्तवार भुगतान का भी विरोध करते हैं। निर्मल कुमार-प्रदीप कुमार का मामले हो या कोई और। सरयू राय ने शाह ब्रदर्स की उस बात का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि मामले सरयू असत्य बोल रहे हैं। सरयू राय ने अंत में भी दोहराया कि इस मामले में राज्य सरकार के हस्तक्षेप का इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिनों के अंदर मामले में सरकार ने संज्ञान नहीं लिया, तो मैं अदालत जाउंगा।