द फॉलोअप टीम, हजारीबाग:
दारू थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पूनाई में करीब 2 एकड़ जमीन में भव्य श्री संकट मोचन धाम का निर्माण हुआ है। इन दिनों यह मंदिर आकर्षक का केंद्र बना हुआ है। संकट मोचन हनुमान के इस विराट मंदिर को प्राण प्रतिष्ठा के बाद आमजनों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होते ही यहां हजारीबाग, बरकट्ठा, बरही, इचाक, दारू, बिष्णुगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को उमड़ रहे हैं। इचाक क्षेत्र वैसे भी मंदिरों के लिए काफी प्रसिद्ध है।
अद्भूत है इस हनुमान मंदिर की सारी विशेषता
इस विराट मंदिर का निर्माण मुंबई निवासी प्रसिद्ध आर्किटेक्ट रोहित कुमार ने किया है। जबकि राजमिस्त्री कोलकाता से आए थे। मंदिर में राजस्थानी शिल्पकार ही अद्भुत झलक है। राजस्थान के बाबू चौधरी के नेतृत्व में शिल्पकारों की एक विशेष टोली ने मंदिर में शिल्प कला को तराशा है। बाबू चौधरी राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध शिल्पकार हैं। मंदिर के सामने आकर्षक फव्वारा भी बनाया गया है। मुख्या द्वार पर भव्य प्रवेश द्वार का बनाया गया है। राजस्थान के मकराना से मार्बल मंगाया गया है।
मंदिर में लगी हैं देवताओं की मनोरम प्रतिमा
ईंट बिहार के दीदारगंज और उत्तर प्रदेश के चंदौली से मंगाए गए हैं। मंदिर का विशाल गुंबद दूर से ही दिख जाता है। मंदिर के चारो ओर दीवार के अंदरूनी हिस्से में रामायण की एक झलक चित्रकला के माध्यम से दिखाई गई है। मंदिर की खूबसूरती की झलक लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। मंदिर हनुमान मूर्ति के अलावा राम- सीता, राधा- कृष्ण, गणेश जी और मां कामाख्या देवी की प्रतिमा विराजमान है। सारी प्रतिमाएं काफी मनोरम है।
एसबीआई एसोसिएशन के अध्यक्ष ने रखी थी नींव
इस मंदिर की आधारशिला पुणे गांव के ही समाजसेवी सह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल देव ने रखी थी। उनकेऔर श्री संकटमोचन सेवा ट्रस्ट, पुनाई के अथक प्रयास से ही इस विराट मंदिर की परिकल्पना को धरातल पर जीवंत किया जा सका। मंदिर निर्माण में श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में दिल खोलकर दान दिया। हजारीबाग जिला मुख्यालय से नेशनल हाईवे 33 से इचाक मोड़ होते हुए इचाक बाजार, कूरहा, करियातपुर, फुरूका गांव होते हुए पुनाई आसानी से पहुंचा जा सकता है। हजारीबाग से पुनाई की दूरी करीब 25 किमी है।