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रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर अनूठी मिसाल पेश की, श्रद्धालुओं ने की तारीफ

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द फॉलोअप टीम, रांची:
मन में अगर सच्ची आस्था हो तो, जाति-धर्म के बंधन भी टूट जाते हैं। रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने छठ पर्व पर सूर्योपासना के जरिए अर्घ्य अर्पित कर मिसाल कायम की। मूल रूप से बिहार निवासी आइपीएस अधिकारी ने शनिवार की सुबह व्रतियों और श्रद्धालुओं के साथ नामकुम स्टेशन स्थित स्वर्णरेखा नदी और सिदरौल जोड़ा मंदिर तालाब पहुंचे। उन्होंने अन्य श्रद्धालुओं की तरह ही व्रतियों के सूप में जल अर्पित किया। उन्होंने भगवान भास्कर से लोकमंगल की कामना भी की। श्रद्धालुओं ने चकित होकर उन्हें निहारा और उनकी प्रशंसा की।

सूर्योपासना में आड़े नहीं आई धार्मिक मान्यता
योग के दौरान सूर्य नमस्कार को लेकर अक्सर उठने वाली धार्मिक मान्यता के सवाल से अलग नौशाद आलम ने सूर्य वंदना की। दूसरे श्रद्धालुओं की ओर से नौशाद आलम के अर्घ्य के समय सूर्य मंत्र का जाप किया गया। नौशाद आलम ने दूसरे व्रतियों की तरह सभी मान्यताओं और विधिपूर्वक अनुष्ठान भी पूरे किए। इस दौरान आसपास के बहुत सारे श्रद्धालु एकत्र होकर उनकी पूजा-अर्चना की तारीफ की।

एकता का अनोखा उदाहरण पेश किया
अमूमन छठ पर्व पर हिंदू धर्मावलंबियों के अलावा कई दूसरे धर्मावलंबी भी पूजा-अर्चना करते हैं। उपवास रखकर छठव्रत करते हैं। इसे दूसरे धर्मों में स्वीकार नहीं किया जाता। कई बार ऐसा करनेवाले धार्मिक कट्टरता वाले लोगों के निशाने पर भी आ जाते हैं। इन सबकी बगैर परवाह किए नौशाद आलम ने पूजा अर्चना के जरिए एकता का अनोखा उदाहरण पेश किया।

कोरोना से सावधान रहने की जरूरत
इस दौरान ग्रामीण एसपी ने कोरोना के मद्देनजर छठव्रतियों एवं अन्य श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सभी को जागरूक होकर एवं सावधानी से कोरोना से बचना है। हमें हर हाल में एहतियात बरतना चाहिए, ये आम हो या खास सबके लिए जरूरी है। आखिर सरकार ने गाइडलाइन हमारे-आपके फायदे के लिए ही बनायी है।