द फॉलोअप टीम, रांची:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइट हॉउस प्रोजेक्ट का काम पिछले दिनों भारी सुरक्षा के बीच शुरू हुआ था। गुरुवार को सुबह जैसे ही काम शुरू हुआ स्थानीय लोग विरोध करने पहुँच गए। लोगों के भारी विरोध को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को वहां से भगाया।
महिला-पुरुष सभी कर रहे थे विरोध
जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास इस लाइट हॉउस प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ है। गुरुवार की सुबह धुर्वा क्षेत्र के आनी टोली, मौसी बाड़ी, एवं झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले आसपास के लोग निर्माण स्थल पर पहुंचकर विरोध में नारेबाजी करने लगे। काफी संख्या में महिला-पुरुष निर्माण कार्य के मुख्य द्वार पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे और लाइट हाउस के निर्माण का विरोध करने लगे।
पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों को समझाया
पुलिस ने पहले लोगों को समझाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिस के अधिकारीयों ने बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी लोग हंगामा करते रहे। लोगों के भारी हंगामा और विरोध को देखते हुए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि लाठीचार्ज नहीं किया गया है बल्कि भीड़ को हटाया गया है।
लाठीचार्ज में 7 लोग हुए हैं घायल
स्थानीय लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने विरोध कर रहे निहथे स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज किया है। जिसमें 7 लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा।
छावनी में तब्दील कर दिया गया क्षेत्र
लाइट हॉउस प्रोजेक्ट का काम पिछले 2 दिन से चल रहा है। डीसी के निर्देश पर भारी सुरक्षा के बीच काम चल रहा है। इस दौरान निर्माण कार्य को लेकर सिटी एसपी सौरभ,सदर एसडीओ, उत्कर्ष गुप्ता, हटिया एएसपी विनीत कुमार ,जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अभय कुमार सिंह,धुर्वा थाना प्रभारी राजीव कुमार सहित कई थाना प्रभारी समेत भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कार्यस्थल पर हुई है। आज भी काफी संख्या में सुरक्षा बल मौजूद थे। पूरा क्षेत्र छावनी बना हुआ है। इसके बावजूद भी निर्माण कार्य के तीसरे दिन ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू किया। फिलहाल मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं और निर्माण कार्य जारी है।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट क्या है यह योजना?
लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं। लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए जिन राज्यों को चुना गया है, उनमें त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में खास तकनीक का इस्तेमाल कर सस्ते और मजबूत मकान बनाए जाते हैं। इस प्रोजेक्ट में फैक्टरी से ही बीम-कॉलम और पैनल तैयार कर घर बनाने के स्थान पर लाया जाता है, इसका फायदा ये होता है कि निर्माण की अवधि और लागत कम हो जाती है। इसलिए प्रोजेक्ट में खर्च कम आता है। इस प्रोजेक्ट के तहत बने मकान पूरी तरह से भूकंपरोधी होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने योजना की शुरुआत की थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में छह राज्यों में लाइट हाउस प्रोजेक्ट (LHP) की नींव रखी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत पीएम ने अगरतला (त्रिपुरा), रांची (झारखंड), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), इंदौर (मध्य प्रदेश), राजकोट (गुजरात) और चेन्नई (तमिलनाडु) में लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी. योजना के मुताबिक हर शहर में इस तरह के एक हजार आवासों का निर्माण किया जाना है। इन्हें एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।