द फाॅलोअप टीम, रांची
राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव फिलहाल जेल में ही रहेंगे। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के अध्यक्ष यादव की जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई के बाद माननीय हाइकोर्ट ने 24 नवंबर तक सीबीआई को प्रति शपथपत्र दाखिल करने का निर्देश देते हुए अगली सुनवाई 27 नवंबर तक के लिए टाल दी है।
कपिल सिब्बल ने लालू की पैरवी की
झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने लालू यादव की तरफ से जमानत के लिए बहस की। दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में जमानत याचिका दाखिल की गई है। यह लालू प्रसाद यादव की जमानत से जुड़ा हुआ अंतिम मामला है। अगर इस मामले में लालू यादव को जमानत मिल जाती है, तो उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो जाएगा।
दुमका कोषागार मामले सजायाफ्ता हैं लालू यादव
दुमका कोषागार से करोडो रुपये की अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव फिलहाल सजा काट रहे हैं। यादव, सीबीआइ की विशेष अदालत द्वारा मुकर्रर सजा की अवधि का आधा वक्त पूरा कर चुके हैं। हाइकोर्ट ने चाईबासा कोषागार के मामले में आधी सजा काटने पर ही लालू को जमानत दिए जाने की मंजूरी दी थी। जिसके बाद लालू यादव ने दुमका कोषागार के मामले में जमानत मांगते हुए अदालत से गुहार लगाई है, जमानत याचिका में कहा गया है कि लालू यादव को शुगर, ब्लड प्रेशर एवं किडनी के साथ-साथ लगभग एक दर्जन से ज्यादा गंभीर बीमारियां हैं और पिछले लगभग 2 वर्षों से रिम्स में न्यायिक हिरासत में है।
बिहार चुनाव परिणाम के बाद ही जमानत संभव
दुमका कोषागार से करोडों रुपये की अवैध निकासी के मामले में सजायाफ्ता लालू यादव जल्द इस मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत द्वारा मुक़र्रर सज़ा की अवधि का आधा वक़्त जल्द पूरा करनेवाले हैं। हाईकोर्ट ने चाईबासा कोषागार के मामले में आधी सजा काटने पर ही लालू को जमानत की दिए जाने की मंजूरी दी थी। जिसके बाद लालू यादव ने दुमका कोषागार के मामले में जमानत देने मांगते हुए अदालत से गुहार लगाई है।
कई बीमारियों का हवाला दिया गया
जमानत याचिका में कहा गया है कि लालू यादव को शुगर, ब्लड प्रेशर एवं किडनी के साथ-साथ लगभग एक दर्जन से ज्यादा गंभीर बीमारियां हैं। पिछले लगभग 2 वर्षों से रिम्स में न्यायिक हिरासत में है। इसके पूर्व भी लालू प्रसाद की ओर से कई बार जमानत की गुहार लगाई गई है, लेकिन कोर्ट से उन्हें अभी तक रिहाई नहीं मिली है। अब बिहार के चुनाव परिणाम आने दो हफ्ते बाद उन्हें जमानत मिलने की उम्मीद है।