द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
‘अहम वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण मंच जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रोम पहुंच गया हूं। मैं रोम की इस यात्रा के जरिए अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्साहित हूं।’ यह ट्वीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। आज वह जी20 शिखर सम्मेलन में शिकरत करने के लिए शुक्रवार को इटली की राजधानी रोम पहुंचे। रोम में मोदी कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य क्षेत्र को पटरी पर लाने के बारे में चर्चा करेंगे। भारत से रवाना होने से पहले जारी उनके बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी के आमंत्रण पर 29 से 31 अक्तूबर तक रोम और वेटिकन सिटी की यात्रा पर रहेंगे। इसके बाद वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के आमंत्रण पर एक और दो नवंबर को ब्रिटेन के ग्लासगो में रहेंगे।
विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला के बकौल इटली में आसन्न जी-20 शिखर सम्मेलन में कोविड-19 महामारी से मुकाबले सहित भविष्य में पेश आने वाली ऐसी ही चुनौतियों को लेकर 'ठोस परिणाम' निकल सकते हैं। और वैश्विक स्वास्थ्य ढांचा, आर्थिक सुधार जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। विदेश सचिव यह भी बताया कि भारत पेरिस समझौते के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर है और वह विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन का सामना करने में मदद के लिए वित्तीय संसाधनों एवं प्रौद्योगिकी को उपलब्ध कराने संबंधी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की उम्मीद करता है।
रोम के बाद ग्लासगो के लिए होंगे रवाना
ग्लोसगो में होने वोले सीओपी-26 शिखर सम्मेलन से पहले श्रृंगला ने कहा, 'हम अपनी एनडीसी (राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान) प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और उससे भी बेहतर करने की अपनी राह पर हैं.' श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा कि भारत विकासशील देशों के आम नागरिकों तथा जी-20 में उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं की आवाज बना रहेगा. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अक्टूबर से दो नवंबर तक रोम और ग्लासगो की यात्रा पर रहेंगे।