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बदलाव की बयार: खेतों में अब झारखंड की महिलाएं भी चला रही हैं ट्रैक्टर

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
खेल के मैदान में झारखंड की बेटियां परचम फहरा ही रही हैं। खेतों में किसानी कर रही महिलाएं भी अब  ट्रैक्टर चलाने से नहीं चूक रही हैं। बदलाव की यह बयार राज्य सरकार की पहल से संभव हुआ है। कृषि क्षेत्र में महिला समूहों की भागीदारी बढ़ाने के लिए मिनी ट्रैक्टर और पावर ट्रेलर के वितरण की शुरूआत हुई है। बीते दिनों विभिन्न जिलों के एसएचजी को मिनी ट्रैक्टर और पावर ट्रेलर दिए गए। यह  क्रांतिकारी कदम महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने में अहम साबित हो रहा है। 




24 जिलों में 380 मिनी ट्रैक्टर और 94 पावर ट्रेलर  
सरकार की ओर से वर्ष 2020-21 के लिए राज्य के 24 जिलों में कुल 380 मिनी ट्रैक्टर और 94 पावर ट्रेलर वितरण के लिए स्वीकृत हैं। अभी तक सात जिलों में 57 मिनी ट्रैक्टर और पावर ट्रेलर वितरित किए जा चुके हैं। धनबाद 04, गिरिडीह 06, गुमला 16 खूंटी 04, लोहरदगा 10, रामगढ़ 08, रांची 09 मिनी ट्रैक्टर का वितरण किया जा चुका है। 



ड्राइविंग का प्रशिक्षण भी 
खास बात यह है कि महिलाओं को मिनी ट्रैक्टर और पावर ट्रेलर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। सरकार इन कृषि यंत्रों पर 90 प्रतिशत अनुदान दे रही है। 10 प्रतिशत की राशि स्वयं सहायता समूहों को वहन करना होगा। सरकार जल्दी ही लक्ष्य के अनुरूप बाकी कृषि यंत्रों का भी वितरण करेगी। इससे झारखण्ड के अन्नदाताओं और कृषि को फायदा होगा। 



आर्थिक स्वावलंबन पर सरकार का ध्यान
जीएसएलपीएस की सीईओ नैंसी सहाय कहती हैं कि राज्य सरकार कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत कृषि यांत्रिकीकरण प्रोत्साहन योजना पर भी जोर दिया जा रहा है। राज्य की महिला कृषकों की समृद्धि और उनके आर्थिक स्वावलंबन पर सरकार का ध्यान है।