logo

मोदी सरकार की नीतियों के विरुद्ध झारखंड में एकजुट गैर-भाजपा दलों ने आंदोलन का लिया निर्णय

13027news.jpg

द फॉलोअप टीम, रांची:

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ राष्ट्रीय स्तर पर 19 विपक्षी दलों के नेताओं के बीच 20 अगस्त 2021 को एक वर्चवल बैठक हुई थी। जिसमें केन्द्र सरकार और सत्ताधारी दल ने जिस प्रकार से पेगासस सैन्य निगरानी स्पाईवेयर का अवैध उपयोग, किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करने, कोविड-19 महामारी का घोर कुप्रबंधन, बढ़ती मुद्रास्फीति एवं मंहगाई के साथ-साथ बढ़ती बेरोजगारी पर चर्चा करने या जवाब देने से इंकार किया है, हम इसकी कड़ी निन्दा करते हैं। इन सभी मुद्दों के अलावा देश और आम जनता को प्रभावित करने वाले कई अन्य मुद्दों को सत्ताधारी सरकार द्वारा जानबूझकर अनदेखा किया गया था। राजेश ठाकुर कांग्र्रेस भवन में गैर भाजपाई दलों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जिसमें मोदी सरकार की नीतियों के विरुद्ध एकजुट गैर-भाजपा दलों ने आंदोलन का निर्णय लिया।

 

बैठक में झारखण्ड मुक्ती मोर्चा के केन्द्री महासचिव विनोद पांडे ने कहा कि संसद में अभूतपूर्व दृश्य देखे गए, जहां विपक्षी विरोध को बाधित करने के लिए तैनात मार्शलों द्वारा महिला सांसदों सहित सांसदों को घायल कर दिया गया। विपक्ष को देश और आम जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के उनके अधिकार से वंचित करने के अलावा, सरकार ने संसद के दोनों सदनों को संभालने के कारण हुए व्यवधान के शोर के माध्यम से कानूनों को कुचलने का काम किया है। केन्द्र सरकार के घोर कुप्रबंधन के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था का विनाश, गहरी मंदी के साथ हमारे करोड़ों युवाओं को बेरोजगारी की ओर ढकेल रहा है। तथा गरीबी तथा भूख को बढ़ा रहा है। बढ़ती मुद्रस्फीति और महंगाई देश की जनता की रोजी -रोटी बरबाद कर रही है। 

 

 

सीपीआई के राज्य सचिव भूनेश्वर मेहता ने कहा कि  तो संसद में सरकार देश ज्वलित मुद्दों पर न तो चर्चा करती है और न ही सरकार के पास जीवन और अजीविका सुरक्षित करने का कोई समाधान है। पेट्रोलियम और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में अभूतपूर्व वृद्धि को वापस ले, रसोई गैस और आवश्यक वस्तुओं, विशेष रूप से खाना पकाने के तेल की कीमतों को कम करे और तेजी से बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करें।  बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर झारखण्ड मुक्ती मोर्चा के महासचिव विनोद पांडे, सीपीआई के राज्य सचिव  भूनेश्वर मेहता, राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव, तृणमुल कांग्रेस के फिलमोन टोप्पो, मास्स के सुशन्तो मुखर्जी, सीपीआईएमएल से जानर्दन प्रसाद, प्रदेश कांग्रेस के कार्याकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, मुख्य रूप से उपस्थित हुए।

 

कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि 26 सितम्बर 2021 को जन जागरण आभियान चलाते हुए राजधानी में मशाल जुलूस निकाला जायेगा और तीन किसान विरोधी कानून को निरस्त करने को लेकर किसान संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आगामी 27 सितम्बर को भारत बंद को झारखण्ड में सफल किया जाएगा। जिला मुख्यालयों में धरना और रांची में गैर भाजपाई दलों का राजभवन के समक्ष विशाल धरना होगा। कहा गया कि अर्थव्यवस्था का विनाश, राष्ट्रीय सम्पति की बड़ी लूट के साथ राष्ट्रीय संपत्ति की लूट  बैंकों और वित्तीय सेवाओं सहित सार्वजनिक क्षेत्र का बड़े पैमाने पर निजीकरण;  हमारे खनिज संसाधनों और सार्वजनिक उपयोगिताओं का निजीकरण प्रधानमंत्री के चुनिन्दा साथियों को लाभान्वित करने के लिए किया जा रहा है। दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर हमले तेजी से बढ़े हैं। यह देश में सामाजिक न्याय की ओर बढ़ने की संवैधानिक अनिवार्यता को पूरी तरह से नकार देता है।  मौके पर कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, सतीश पाॅल मुंजनी, आभा सिन्हा, राकेश किरण महतो, सीपीआई से अजय सिंह, टीएमसी से संजय कुमार पांडे, दयानन्द प्रसाद आदि भी उपस्थित थे।