द फॉलोअप टीम, पटना
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग के लिए गुरुवार से नामांकन शुरू हो गया है। गौर करनेवाली बात यह है कि नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन किसी भी बड़े राजनीतिक दल के प्रत्याशी तय नहीं हुए हैं। एनडीए खेमे में एलजेपी सीट शेयरिंग को लेकर अपनी जिद पर अड़ी है।
पार्टी मुख्यालय में बैठक
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा के साथ मतभेद की अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास करते हुए बुधवार को दावा किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव राजग के तीनों घटक दल साथ मिलकर लड़ेंगे। बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आज पार्टी मुख्यालय में एक लंबी बैठक की।
जल्द फैसले की उम्मीद जतायी गई
इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित कई नेता शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि सभी घटक दलों से सीटों के तालमेल को लेकर बातचीत हो रही है और जल्द ही इस बारे में फैसला ले लिया जाएगा।
अंतिम दौर की बातचीत जारी
बैठक में शाह की मौजूदगी से संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी ने सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों से अंतिम दौर की बातचीत से पहले अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो जल्द ही सीटों के बंटवारे को लेकर घोषणा की जाएगी और चार या पांच अक्टूबर को पहले चरण के मतदान वाली सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी।
चिराग को मनाने की कोशिश तेज
खबर है कि लोजपा नेता चिराग पासवान को मनाने की कोशिश चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सार्थक नतीजा नहीं निकल पाया है। इसलिए चिराग ने संकेत दिए हैं कि यदि सीटों का सम्मानजनक बंटवारा नहीं हुआ तो वह राज्य की 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। वर्ष 2015 के चुनाव में लोजपा 42 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे महज दो ही सीटों पर जीत मिल सकी थी। उस चुनाव में जदयू महागठबंधन का हिस्सा था। राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर उसने राजग को पटखनी दी थी। चुनावी तैयारियों के मद्देनजर चिराग ने आज पार्टी नेताओं की एक अहम बैठक की। जदयू और लोजपा के रिश्तों में पिछले कुछ समय से चल रही कड़वाहट की वजह से राजग में तनाव बना हुआ है।