द फॉलोअप टीम, रांची:
एमजी रोड स्थित तस्लीम महल घर पर आज शाम सोशल एक्टीविस्ट डॉ. असलम परवेज की मां नजमा खातून (82) ने आखिरी सांस ली। खबर सुनकर केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने उन्हें फोन किया। डॉ. परवेज को ढ़ांढ़स बंधाया। इनके अलावा अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष इबरार अहमद, महासचिव हाजी मुख्तार अहमद, जमियत उलेमा के शाह उमैर, मुफ़्ती क़मर आलम, सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अकिलुर्रह्मान, हज कमेटी के सदस्य मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिज़वी, आम जनता हेल्पलाइन के एजाज गद्दी, मरहबा सोसायटी के महासचिव निहाल अहमद, लिमरा के औरंगजेब खान, अंजुमन के कार्यकारिणी सदस्य मो. नजीब, मो. नक़ीब, शाहिद अख्तर टुकलु, शहजाद बब्लू, सत्य भारती के सरवर खान, जमीयतुल इराकीन के अब्दुल मनान, फ़िरोज उर्फ रिंकु, डॉ. एम हसनैन, डॉ. तल्हा, मास्टर नवाज़िश हुसैन और पत्रकार आदिल राशिद ने घर पहुंचकर शोक संवदेना व्यक्त की है।
12 जून को होगी नमाज-ए-जनाजा
12 जून 2021 को बाद नमाज़ ज़ोहर रातू रोड क़ब्रिस्तान में मरहूमा की नमाज़-ए-जनाजा अदा की जाएगी। वहीं उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। नमाज़ जनाज़ा शहर काजी क़ारी जान मोहम्मद मुस्तफी पढ़ाएंगे। मरहूमा के परिवार में डॉ. असलम परवेज़, समेत 4 बेटा डॉ. शकील, डॉ. जमील, डॉ. अकील, 7 बेटी, कई नाती-नातिन और पोता-पोती शामिल हैं।