द फॉलोअप टीम, डेस्क:
भारत और पाकिस्तान के बीच आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 का मुकाबला कई मायनों में खास रहा। पाकिस्तान ने उस मिथक को तोड़ा कि उसने कभी टीम इंडिया को नहीं हराया। टी20 और एकदिवसीय वर्ल्ड कप को मिलाकर कुल 12 मुकाबलों में भारत ने पाकिस्तान को हराया था लेकिन ये सिलसिला टूट गया। मैच के बाद भारत और पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने खेल भावना का अद्बूत परिचय दिया लेकिन मैदान के बाहर सोशल मीडिया में जिस तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है वो शर्मनाक है।
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की जीत पर जश्न
खबरें आईं कि जम्मू कश्मीर में कई स्थानों पर पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाया गया। बकायदा ढोल-नगाड़ों के साथ-साथ पटाखों की गूंज सुनाई दी। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने भी कहा कि इस हिंदुस्तान का नागरिक होकर पाकिस्तान के लिए जश्न मनाने का क्या औचित्य है। अब इस मामले में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती का बयान सामने आया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मी कश्मीर में जश्न मनाने पर इतनी नाराजगी क्यों है।
महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान की जीत पर क्या कहा
महबूबा मुफ्ती ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर लिखा कि पाक की जीत का जश्न मनाने के लिए कश्मीरियों के खिलाफ इतना गुस्सा क्यों भड़क रहा है। कुछ लोगों ने तो अतीत में जानलेवा नारे तक लगाए हैं। देश के गद्दारों को गोली मारों। देशद्रोही कहकर गोली मारने का आह्वान किया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कोई कैसे भूल सकता है कि जम्मू-कश्मीर के अलग होने और विशेष राज्य का दर्जा छीनने पर मिठाइय़ां बांटकर खुशियां मनाई गई थी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आईये असहमत होने के लिए ही सहमत हों। विराट कोहली की सही खेल भावना की तारीफ करें जिन्होंने सबसे पहले पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को जीत की बधाई दी।
पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद शमी बने निशाना
गौरतलब है कि पाकिस्तान के हाथों भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को निशाना बनाया गया। मोहम्मद शमी को पाकिस्तान जाने की नसीहत दी गई। किसी-किसी ने उनको देशद्रोही और गद्दार तक कहा। लोगों का आरोप है कि शमी पाकिस्तान के खिलाफ जानबूझकर अच्छा नहीं खेले। केएल राहुल और रोहित शर्मा को भी हेट ट्रोल का सामना करना पड़ा। विराट कोहली कप्तानी छोड़ो सोशल मीडिया में ट्रेंड करवाया गया। वीरेंद्र सहवाग, इरफान पठान और सचिन तेंदुलकर ने इसकी कड़ी निंदा की।