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सरेंडर करने वाले जेजेएमपी टॉप कमांडर भवानी भूइयां को एक लाख और चार डिसमिल देने का किया गया वादा 

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द फॉलोअप टीम, पलामूः 

नक्सली संगठन जेजेएमपी के टॉप कमांडर भवानी भूइयां उर्फ भागीरथी ने आत्मसमर्पण कर दिया है। भवानी भूइयां ने पुलिस के पास एक इंसास रायफल, 03 मैगजीन, 83 गोली, एक एचई ग्रेनेड सौंपा है। रविवार को पलामू डीआईजी राजकुमार लकड़ा, डीसी शशिरंजन और एसपी चंदन कुमार सिन्हा के समक्ष भवानी ने सरेंडर किया है। अधिकारियों ने भवानी भूइयां को एक लाख रुपये का चेक दिया और चार डिसमिल जमीन देने का वादा किया है।भवानी को भूइयां को हजारीबाग ओपन जेल में रखा जाएगा।


हर संभव वादे पूरे किए जायेंगे

डीआईजी राजकुमार लाकड़ा ने बताया कि भवानी के आत्मसमर्पण से कई इलाके सुरक्षित हो जाएंगे। पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि भवानी भूइयां को आत्मसमर्पण नीति के तहत हर लाभ दिया जाएगा। भवानी भुइयां पर नक्सली घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है। पलामू पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चार महीने से भवानी उनके संपर्क में था। भवानी पर संगठन से काफी दबाव था। भवानी दो वर्षों तक जेल में रहा है। मुकदमे के लड़ने के लिए उसे पैसे नहीं दिए जाते थे। महेश भुइयां और रामसुंदर के मारे जाने के बाद उसके दस्ते में भी बेहद कम लोग बचे हुए थे। पुलिस की पहल पर उसने आत्मसमर्पण किया।

 

नक्सलियों में है खौफ
 
भवानी ने बताया कि जिस मुठभेड़ में जगुआर के डिप्टी कमांडेंट शहीद हुए थे उस मुठभेड़ के बाद से जेजेएमपी के नक्सली खौफ में हैं। भवानी ने जेजेएमपी के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसके बाद पलामू पुलिस सर्च अभियान चला रही है। उसने बताया कि रामसुंदर के मारे जाने के बाद उसे सब जोनल कमांडर बनाया गया था। भवानी के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसडीपीओ के विजय शंकर और थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय को पुरस्कृत किया जाएगा।