द फॉलोअप टीम, रांची :
लॉकडाउन में स्कूल लगभग डेढ़ सालों से बंद हैं, स्कूल कब खुलेंगे इस बात को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन प्रवाइवेट स्कूल प्रबंधन ट्यूशन फी के आलावा भी अतिरिक्त शुल्क ले रहा है। इस बात का विरोध झारखंड अभिभावक संघ की तरफ से किया जा रहा है। सात वार सात गुहार का अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत विभिन्न अभिभावक अलग अगल दिन तय स्थान पर जाकर विरोध जता रहे हैं। वे हाथों में तख्तियां लेकर खड़े हो रहे हैं और कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए मौन विरोध कर रहे हैं।
पांचवे दिन सोमवार को लालपुर में अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
सोमवार को इस अभियान के पांचवे दिन अभिभावक संघ ने रांची के लालपुर चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राज्य के मुखिया मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को राज्य की जनता के हालात की जानकारी है, उन्हें यह भी मालूम है कि लाखों की संख्या में लॉक डाउन के दौरान लोग बेरोजगार हुए हैं। इन परिस्थितियों में वे अपना घर परिवार कैसे चला पा रहे हैं यह अपने आप में चिंता का विषय है। झारखंड अभिभावक संघ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस मामले में हस्तक्षेप करें और पिछले साल की तरह सरकार की ओर से आदेश जारी करें कि ट्यूशन फीस के अलावा कहीं कोई दूसरी स्कूलों द्वारा नहीं ली जाएगी।
दो दिन और चलेगा अभियान
सात दिवसीय यह कार्यक्रम दो दिन और चलेगा। जिसके तहत राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौपने की तैयारी है। हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन अभिभावक लगातार सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। छह जुलाई को डिजिटल रोष प्रदर्शन(ट्वीटर/सोशल मीडिया) के तहत किया जाएगा वही-सात जुलाई को एक लाख पोस्ट कार्ड माननीय राज्यपाल को अलग-अलग जिलों से प्रेषित किया जाएगा। सोमवार को विरोध के दौरान निरंजन मोदी, रामदीन कुमार, मोहम्मद जफीर, विजय सिंह, शत्रुघन कुमार, विकास सिन्हा, गुड्डू कुमार, बबलू कुमार सहित अन्य शामिल थे।