द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
झारखंड सरकार ने अबतक कई बोर्ड और निगम का गठन नहीं किया है। वहीं एक मंत्री का पद भी खाली है। इसको लेकर महागठबंधन के दलों में विचार-विमर्श जारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरा को इसी नजर से देखा गया है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व राज्य के वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री डाॅ. रामेश्वर उराँव और राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू भी दो दिनों से दिल्ली में हैं। पहले दोनों ने कांग्रेस के संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल से मिले थे। आज उनकी मुलाकात पार्टी के वरिष्ठ नेता और कोविड-19 टास्क फोर्स कमेटी के चेयरमैन गुलामनबी आजाद से हुई। हालांकि प्रेस बयान में कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सरकार की ओर से चलाये गये राहत एवं सेवा कार्यां के बारे में विस्तार से आजाद को जानकारी दी गई। कोरोना काल में झारखंड सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुरक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने और सभी गरीबों एवं जरुरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री और अनाज उपलब्ध कराने को लेकर उठाये गये कदम की गुलाम नबी आजाद ने सराहना की।
झारखंड सरकार की सराहना
गुलाम नबी ने मुलाक़ात में कहा कोरोना संक्रमण काल में तमाम अफरा-तफरी के बीच झारखंड सरकार का प्रयास काफी सराहनीय रहा है और काफी अच्छे तरीके से स्थिति में निपटने की कोशिश की। हालांकि इस संक्रमण में कई अपने लोगों को भी खोना पड़ा, परंतु इस संकट की घड़ी में भी जिस तरह से झारखंड में पार्टी कार्यकर्त्ता लोगों की सेवा में जुटे रहे, उसकी देशभर में चर्चा हो रही है।
राज्य में दी गयी सुविधा
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रामेश्वर उरांव ने गुलामनबी को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना लहर के दौरान विधायकों, सांसदों और अन्य नेताओं-कार्यकर्त्ताओं की ओर से मरीजों की सुविधा के लिए एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही मास्क, सैनिटाइजर, अनाज, साबुन, अन्य खाद्य सामग्री, ऑक्सीमीटर, दवाईयां और अन्य सामान उपलब्ध कराया गया। डा रामेश्वर उरांव ने बताया कि चिकित्सकों की टीम द्वारा भी लोगों को आवश्यक चिकित्सीय परामर्श, अस्पताल में बेड उपलब्ध कराने, होम आइसोलेशन में अस्पताल शिफ्ट करने समेत अन्य तरह से मदद उपलब्ध कराया गया।