द फॉलोअप टीम, पटना:
भारत में नेतागिरी के अपने ही जलवे है, तिसपर मंत्रीपद भी मिला हो तो क्या कहने। बिना चुनाव जीते मंत्री बनाये गये नेताओं की तो बात ही अलग है। वे क्या-क्या कर गुजरेंगे आप और हम सोच भी नहीं सकते। ताजा मामला बिहार का है। बिहार कैबिनेट में शामिल मंत्री मुकेश साहनी ने कुछ ऐसा कर दिया कि प्रदेश की सियासत गर्मा गयी है। सदन में इस्तीफा-इस्तीफा का नारा लगाया जा रहा है। सरकार को जमकर कोसा जा रहा है। मामले में नीतीश की अगुवाई वाली सरकार बैकफुट पर है।
मुकेश साहनी की जगह कार्यक्रम में पहुंचे भाई
ये पूरा माजरा है क्या। मंत्री मुकेश साहनी ने ऐसा भी क्या कर दिया कि विपक्षी विधायक उनका इस्तीफा मांगने लगे। चलिए पूरा मामला समझाते हैं। जानकारी के मुताबिक बिहार के वैशाली जिला के हाजीपुर शहर में एक सरकारी कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मंत्री मुकेश साहनी को शामिल होना था। कार्यक्रम में मौजूद लोग और सरकारी अधिकारी बेसब्री से मंत्रीजी का इंतजार कर रहे थे। तभी वहां कार रूकी पूरे लाव लश्कर के साथ। लेकिन ये क्या! कार का दरवाजा खुला तो लोगों का मुंह खुला का खुला रहा गया।
'व्यस्त थे मंत्री इसलिए मैं कार्यक्रम में आ गया'
दरअसल, जिस कार से लोग मंत्री मुकेश साहनी के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे उससे कोई और ही शख्स बाहर निकला। ये शख्स और कोई नहीं बल्कि मंत्री मुकेश साहनी के छोटे भाई संतोष कुमार साहनी थे। जब इनसे मुकेश साहनी की अनुपस्थिति के बाबत सवाल पूछा गया तो इन्होंने बड़ा मासूम सा तर्क दिया। बोले, भैया बड़े व्यस्त थे। मैं उनके प्रतिनिधि के रूप में यहां आया हूं। वैसे ठीक ही कहा। साहनी साहब मंत्री आदमी हैं। हजारों काम रहता होगा उनको। अब कहां-कहां सरकारी कार्यक्रम में फीता काटते चलेंगे। सो, भेज दिया भाई को। वैसे, जब आपलोग बच्चे रहे होंगे तो गली क्रिकेट में अपनी जगह अपने छोटे भाई को फील्डिंग करने भेजा ही होगा। साहनी साहब से बस इतनी सी गलती हो गयी कि ये गली क्रिकेट नहीं बल्कि सरकारी कार्यक्रम था।
सीएम नीतीश कुमार ने लिया मामले का संज्ञान
सरकारी कार्यक्रम में मंत्री मुकेश साहनी की जगह उनके भाई संतोष कुमार साहनी पहुंचे थे। जैसे ही इस बात की जानकारी मिली, सियासी गलियारों में हलचल मच गयी। विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिल गया। सदन में खूब हो-हंगामा हुआ। विपक्षी विधायकों ने मांग कि मुकेश साहनी का इस्तीफा लिया जाये। उनके भाई संतोष साहनी की गिरफ्तारी हो और कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाये। सीएम नीतीश कुमार को भी जवाब देना पड़ा।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं थी। ये काफी चौंकाने वाली बात है। अगर ये सच है तो ऐसा नहीं होना चाहिये था। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं मामले को देखूंगा।