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झारखंड में कैसी होगी इस साल की दुर्गा पूजा! हेमंत सरकार ने जारी किया गाइडलाइन

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द फॅालोअप टीम, रांची: 

नवरात्रि की शुरुआत 6 अक्टूबर से हो रही है। 15 अक्टूबर को विजयादशमी होगी सबके मन में ये सवाल है कि इस वर्ष दुर्गा पूजा को लेकर सरकार की नीति क्या होगी। हेमंत सरकार ने इसका जवाब दे दिया है। झारखंड सरकार ने दुर्गा पूजा को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक पूजा पंडाल तो बनेंगे लेकिन मेला नहीं होगा।

 

पूजा पंडाल बना सकेंगी पूजा समितियां
झारखंड की हेमंत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है उसके मुताबिक तय नियमों के मुताबिक पूजा समितियां पूजा पंडाल बना सकेंगी, लेकिन मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। पंडाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित होगा। महाप्रसाद का वितरण भी नहीं किया जाएगा। गरबा और डांडिया जैसे कार्यक्रमों पर रोक रहेगी। आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में ये फैसला किया गया है। सरकार ने गाइडलाइन में ये भी कहा है कि दुर्गा प्रतिमा की ऊंचाई 5 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 

पांच फीट से ज्यादा नहीं होगी प्रतिमा
गौरतलब है कि पूजा पंडाल का निर्माण करने दिया जाएगा। पंडाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा। पंडाल में एक साथ क्षमता का केवल 50 फीसदी लोगों को ही प्रवेश की इजाजत मिलेगी। प्रतिमा की ऊंचाई पांच फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। पंडाल के बाहर किसी भी प्रकार का स्वागत या तोरण द्वार नहीं बनना चाहिए। पंडाल साधारण होंगे, किसी थीम पर आधारित नहीं। पंडाल को 3 तरफ से घेरना होगा। महाप्रसाद का वितरण नहीं किया जायेगा। पूजा समितियां किसी भी प्रकार का आमंत्रण पत्र वितरित नहीं करेगी। आकर्षक रोशनी पर प्रतिबंध लगा रहेगा।

 

पूजा पंडाल के सामने खाद्य पदार्थ नहीं होगा
पंडाल के सामने खाने-पीने की चीजों का ठेला लगाने की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दिया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित स्थान पर विसर्जन की इजाजत नहीं दी जाएगी। पंडाल में बिना मास्क के प्रवेश की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी। पंडाल में ढाक बजाने की इजाजत होगी। कोविड गाइडलाइन के तहत श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थलों में प्रवेश की इजाजत दी जायेगी। पूजा समिति में शामिल लोगों को कोविड टीका लेना अनिवार्य होगा।