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कोरोना टीकाकरण में क्यों हुआ 'बजरंगबली' का जिक्र! जानिए, स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंगलवार को कोविड का टीका लगवाया। डॉ. हर्षवर्धन ने अपनी पत्नी के साथ दिल्ली स्थित हार्ट एंड लंग्स इंस्टीट्यू ऑफ इंडिया में कोरोना का टीका लगवाया। टीका लगवाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने हनुमान जी का जिक्र किया। 



पहली बार हनुमान लाये थे संजीवनी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमें कोवैक्सीन लगाया गया। ये टीका संजीवनी की तरह काम करेगा। उन्होंने कहा कि रामायण में हनुमान जी को संजीवनी पाने के लिए पूरा भारत उड़कर पार करना पड़ा था लेकिन ये संजीवनी आपके नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध है। आप इसके लिए 250 रुपये का भुगतान करके आसानी से टीका लगवा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उन्होंने भी इस टीके के लिए 250 रुपये का भुगतान किया है। बता दें कि देश में अब आम लोगों को टीका लगाने का अभियान चल रहा है। 

महामारी से बचने का उपाय वैक्सीनेशन
विश्व स्वास्थ्य सगंठन के मुताबिक कोरोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपाय है। किसी भी महामारी के इतिहास में ये पहली बार है जब इतनी जल्दी वैक्सीन विकसित कर ली गयी है। इस समय विश्वभर में चार पांच कंपनियों ने की कोरोना का विश्वसनीय वैक्सीन बनाया है। इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन प्रमुख है जिसके उत्पादन में भारत की दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया शामिल है। 
भारत में इस वैक्सीन का नाम कोविशील्ड है। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन भी उनमें शामिल है जिनकी वैक्सीन को मंजूरी मिली है। चीन की सिनोवैक बायोटेक को भी इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है। रूस की स्पूतनिक वैक्सीन, इस्तेमाल के लिए अप्रूवल पाने वाली पहली वैक्सीन है। भारतीय कंपनी भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये वही वैक्सीन है जिसका टीका पीएम मोदी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लगवाया है। 

जानिए! भारत का वैक्सीनेशन प्रोग्राम
बात करें भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तो इसे 4 फेज में बांटा गया है। पहले फेज के तहत देश के फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया है। इसमें तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गयी। फ्रंटलाईन वर्कर्स में डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल के जवान, एंबुलेंस ड्राइवर और डिलीवरी ब्वॉय जैसे लोग आते हैं। दूसरे फेज में देश के बुजुर्ग लोगों को टीका लगाने की योजना है। 
इसकी शुरुआत भी की जा चुकी है। तीसरे फेज में बाकी लोगों को टीका लगाया जायेगा। असाध्य या गंभीर रूप से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को फिलहाल टीका नहीं लगाया जाएगा।