द फॉलोअप टीम, पटना
करीब-करीब ये साफ हो चुका है कि कोरोना काल में ही बिहार में विधानसभा का चुनाव होनेवाला है। चुनाव आयोग की ओर से भी ये जाहिर कर दिया गया है। अब EC इस कोशिश में है कि कैसे तमाम एहतियात बरतकर चुनाव संपन्न कराए जाए, ताकि कोरोना से आम जन कम से कम प्रभावित हों और संक्रमण का खतरा न के बराबर हो। इसके लिए चुनाव आयोग लगातार गहन मंथन कर रहा है। खबर है कि इसी को लेकर चुनाव आयोग आज गाइडलाइन जारी कर सकता है। गाइडलाइन में विस्तार से इस बात का जिक्र होगा कि चुनाव कैसे कराया जाएगा। राजनीतिक दलों को इसका बेसब्री से इंतजार है। क्योंकि गाइडलाइन के तहत ही पार्टियों को जनता के बीच जाना होगा। वैसे पिछले दिनों चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक वगैरह करने की छूट दे दी थी।
20 सितंबर तक तारीखों का एलान संभव
माना जा रहा है कि 20 सितंबर के आसपास चुनाव आयोग अधिसूचना जारी कर सकता है। यानी सितंबर में चुनाव आयोग तारीखों का एलान कर सकता है। साथ ही ये भी बता सकता है कि कितने चरण में चुनाव कराए जाएंगे। वैसे जो खबरें छनकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक इस बार बिहार में विधानसभा का चुनाव दो से तीन चरणों में हो सकता है। मतदान की प्रक्रिया नवंबर में पूरी करायी जा सकती है।
सीएम नीतीश ने भी दिए संकेत
सीएम नीतीश कुमार ने भी ये संकेत दे दिया है कि चुनाव आयोग सितंबर में तारीखों का एलान कर देगा। दरअसल सीएम नीतीश कुमार गुरुवार को वर्चुअल तरीके से सड़कों का शिलान्यास कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात पर उन्होंने वहां मौजूद अपने मंत्रियों को कहा कि अगस्त तक सारा काम निपटा लें क्योंकि सितंबर में चुनाव आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषण कर देगा।
दलों के सुझावों पर हुआ विचार
कोरोना काल में बिहार में विधानसभा चुनाव कराना चुनाव आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। चुनाव आयोग के लिए भी एक नया एक्सपीरिएंस होगा क्योंकि इससे पहले शायद ही कभी ऐसी वैश्विक महामारी के बीच चुनाव संपन्न कराया गया है। इसके लिए चुनाव आयोग फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। लगातार विचार विमर्श किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने इसी के चलते पिछले दिनों राजनीतिक दलों से भी सुझाव मांगे थे। इसके अलावा राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा दिए गए सुझावों और सिफारिशों पर भी विचार किया गया।माना जा रहा है कि सभी को ध्यान में रखकर चुनाव आयोग सितंबर में तारीखों का एलान करेगा।
29 नवंबर को पूरा हो रहा है कार्यकाल
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त होगा। लिहाजा हर हाल में इससे पहले चुनाव कराना इलेक्शन कमीशन की बाध्यता है। ऐसा नहीं होने पर मजबूरन राष्ट्रपति शासन लगाना लगाना पड़ सकता है।हालांकि इससे पहले कोरोना वायरस और बारिश के कारण हाल में कई उपचुनावों को चुनाव आयोग ने टाल दिया था।