द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
टीएमसी की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के यहां कोई यूपीए नहीं है वाले बयान पर सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस पार्टी ने ममता बनर्जी के खिलाफ हमला तेज कर दिया है। इसकी आशंका पहले से ही जाहिर की जा रही थी जब बीते दिनों ममता बनर्जी ने दिल्ली आकर सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं करने का फैसला किया था। वो प्रधानमंत्री मोदी से मिली। तभी से कांग्रेस-टीएमसी में खटपट की खबरें थीं।
शरद पवार से ममता की मुलाकात का मतलब
गौरतलब है कि हाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि देश में अब कोई संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन नहीं है। ममता बनर्जी ने कहा कि यदि सभी क्षेत्रीय पार्टियां साथ आ जाएं तो 2024 में भारतीय जनता पार्टी को हराया जा सकता है। गौरतलब है कि एनसीपी महाराष्ट्र में महाअघाड़ी गठबंधन का हिस्सा है लेकिन बीते बंगाल विधानसभा चुनाव में शरद पवार ने ममता बनर्जी को बिना शर्त अपना समर्थन दिया था। कांग्रेस यहां लेफ्ट के साथ लड़ी थी।
ममता बनर्जी के बयान से सियासी हलचल तेज
ममता बनर्जी के बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस पार्टी के तमाम शीर्ष नेताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ हमला तेज कर दिया है। उनको भारतीय जनता पार्टी की बी टीम बताया जा रहा है। सांसद अधीर रंजन चौधरी ने तो कहा कि टीएमसी-एनसीपी, भारतीय जनता पार्टी को ऑक्सीजन देने का काम करेगी। मोदी के साथ ममता की मुलाकात पर तंज कसते हुए भी अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि भतीते पर ईडी की रेड ने ममता बनर्जी को डरा दिया है। वो दिल्ली आकर प्रधानमंत्री से मिलती हैं लेकिन सोनिया गांधी से नहीं।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने ममता पर खोला मोर्चा
अब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने भी ममता बनर्जी के देयर इज नो यूपीए वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के खिलाफ है। जो लोग हमारे साथ आना चाहते हैं उनको आना चाहिए। जो लोग हमसे नहीं जुड़ना चाहते वो ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। दिग्विजय सिंह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या बीजेपी के खिलाफ कोई भी राजनैतिक गठबंदन कांग्रेस की भागीदारी के बिना हो सकता है।
मल्लिकार्जुन ने कहा कि विपक्ष विभाजित ना हो
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने टीएमसी को विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों में शामिल करने की कोशिश की है जहां कांग्रेस ने अपना नाम बनाया है। विपक्ष को विभाजित नहीं होना चाहिए। हमें आपस में लड़ना चाहिए। हमें भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा।
ममता बनर्जी की महात्वाकांक्षी अब बड़ी हो गई है
गौरतलब है कि कांग्रेस की स्थिति इस वक्त कमजोर है। गिने-चुने राज्यों में ही उसकी सरकार है। कई राज्यों जैसे की झारखंड में गठबंधन सरकार मे कांग्रेस नंबर-2 की हैसियत में है। ममता बनर्जी ने हालिया बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है। अपनी सारी ताकत झोंकने के बाद भी बीजेपी ममता का किला नहीं ढहा पाई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ममता बनर्जी की महात्वाकांक्षा अब बड़ी है। वो आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में खुद को राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर पेश करना चाहती हैं। वो उसी कोशिश में लगी हैं।