द फॉलोअप टीम, रांची :
झारखंड सरकार (Jharkhand government) कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी में जुट गया है। इसके लिए राज्य के सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच के लिए स्थायी रैट जांच बूथ बनाये जायेंगे, जो 24 घंटा और सातों दिन काम करेंगे। यहां शिफ्ट में कर्मचारी तैनात रहेंगे और हर आने वाले यात्री की जांच की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग(health Department) के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) ने इसे लेकर सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिख कर निर्देश जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव ने लिखा है कि कोविड (covid) की दूसरी लहर की रोकथाम, बचाव तथा समुचित नियंत्रण के लिए कोविड समुचित व्यवहार का अनुपालन, टीकाकरण(vaccination), सघन निगरानी और कांटैक्ट ट्रेसिंग(contact tracing) के साथ-साथ नियमित रूप से जांच की आवश्यकता है।
तीसरी लहर से पहले ही सरकार है पूरी तरह तैयार
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग आइइसी के नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में खूंटी एवं लोहरदगा छोड़ कर सभी जिले किसी न किसी राज्य की सीमा से लगे हुए हैं। जिस कारण यहां लोग आते-जाते रहते हैं. झारखंड से श्रमिक भी बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में काम के लिए जाते हैं और फिर वे लौटते भी हैं. तीसरी लहर के पूर्व ही सरकार सचेत हो गयी है और अब जो भी लौटेंगे, सबकी जांच की जायेगी, ताकि कोई संक्रमित मिले, तो उन्हें अइसोलेट कर ट्रीटमेंट किया जा सके।
मेडिकल तैयारी भी जोरों पर
मामले के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के आइइसी के नोडल पदाधिकारी(nodal officer)सिद्धार्थ त्रिपाठी ने हैंडबुक के हाइलाइट्स के बाबत बताया कि सभी जिला अस्पतालों में पेडियाट्रिक्स आइसीयू (पीकू) की स्थापना की जानी है, जहां 10-10 बेड के पीकू होंगे। वहीं प्रत्येक कमिश्नरी के मुख्यालय यानी रांची, पलामू, हजारीबाग, पश्चिमी सिंहभूम, दुमका में 20-20 बेड के पीकू वार्ड बनेंगे। इसके साथ ही अस्पतालों में वेंटिलेटर थेरेपी, हाइ फ्लो नेजल कैनुला (HFNC) थेरेपी और कंंटीन्यूस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर (sepap) थेरेपी की व्यवस्था करनी है. हर जिले में कम से कम दो वेंटिलेटर्स की स्थापना करनी है।