द फॉलोअप टीम, रांची:
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में देश में लगभग 2 लाख से अधिक मरीजों की मौत हुई। जबकि झारखंड में मौत का ताजा आंकड़ा 5113 तक पहुंचा। ये संख्याएं सरकारी दस्तावेज की हैं। जबकि मौतें इससे कहीं अधिक हुई हैं। कई लोगों की मौत कोविड-19 के कारण घर पर ही हो गयी। दरअसल आर्थिक कठिनाईयों और अन्य वजहों से वैसे मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हो सके थे। यह फॉलोअप नहीं कह रहा है, यह बातें कांग्रेस के आउटरीच अभियान के शुरुआती सर्वेक्षण में उजागर हुई हैं।
सर्वे में यह बात भी सामने आयी है कि इस संक्रमण काल में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अधिकांश लोगों का रोजगार और व्यवसाय ठप्प पड़ गया है। केन्द्र सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है। सिर्फ राशन समय पर मिल जा रहा हैं, हालांकि राशन कार्ड में भी कई कमियों को लेकर लोगों ने शिकायत दर्ज करायी। सर्वेक्षण रिपोर्ट संकलित कर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी। वहीं संक्रमणकाल में प्रभावित लोगों की वास्तविक हालात से सरकार को अवगत कराने का काम और उन तक आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी।
कांग्रेस का आउटरीच अभियान
रांची के कांके के हातमा बस्ती में कोरोना योद्धा सुषमा हेम्ब्रम और अर्चना कुमारी ने आउटरीच अभियान के दौरान घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की और पार्टी द्वारा निर्धारित फॉर्म को भरवाया। मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ. राजेश गुप्ता छोटू और वरिष्ठ नेता निरंजन पासवान उपस्थित थे। गांव के लोगों ने बताया कि 35 वर्षीय महिला निक्की टोप्पो, 45 वर्षीय प्रमोद टोप्पो, 40 वर्षीय लक्ष्मण मिर्धा, 46 वर्षीय रवि मिर्धा और 42 वर्षीय सोनू मिर्धा की मौत कोरोना संक्रमण से हो गयी।
केंद्र से नहीं मिली कोई मदद
ग्राम वासियों ने बताया कि अब तक उन्हें केंद्र सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से समय पर अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके कारण उनकी मुश्किलें थोड़ी कम हुई हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनके रोजगार और व्यवसाय पर भी प्रतिकुल असर पड़ा है, जिसके कारण आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
काम-धंधा भी बंद, गांव में राेेजगार का टोटा
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे, किशोर शाहदेव और डॉ. राजेश गुप्ता को पुतुल देवी, रिंकू पासवान, गीता देवी, दीपा कुमारी, सुशांन देवी ने बताया कि वह घरों में काम करते हैं। लेकिन संक्रमण के दौरान यह भी काम उन्हें नहीं मिल पा रहा था। पुरुष गाड़ी चलाते हैं जो अभी नहीं चल रही है। मीना देवी, कमला देवी, मनीषा कुमारी, रिंकू देवी, गीता देवी, पूजा देवी,आंचल देवी,लक्ष्मी देवी समेत अन्य घरों में जाकर कोरोना योद्धा की ओर से जानकारी हासिल की गयी।