द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार के तीन जिलों में हालिया जहरीली शराब कांड के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी नाराज हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में 16 नवबंर को हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई है। इसमें सरकार के शीर्ष अधिकारियों सहित सभी जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को भी शामिल होना है। सीएम ने कहा कि सभी जिलों से जानकारी ली जाएगी और हालात की समीक्षा की जाएगी। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा।
अवैध कारोबार होगा तो ऐसी घटना होगी
बेतिया, गोपालगंज और समस्तीपुर जिले में जहरीली शराब कांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब लोग अवैध शराब का कारोबार करते हैं तो ऐसी चीजें होती है। 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर उच्च-स्तरीय मीटिंग बुलाई गई है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में बिहार के 3 जिलों में तकरीबन 32 लोगों की मौत जहरीली शराब के सेवन से हो गई है। मौतों का सिलसिला दिवाली के दिन से शुरू हुआ था। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान शराब की मांग बढ़ गई थी। ज्यादा आपूर्ति के लिए कारोबारियों ने अनियंत्रित तरीके से केमिकल्स का इस्तेमाल किया जिसके परिणामस्वरूप लोगों की मौत हो गई।
जहरीली शराब कांड की होगी विस्तृत जांच
राजधानी पटना में पत्रकारों से मुखातिब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा, चाहे वो शराब कारोबारी हो या राज्य में पूर्ण शराबबंदी का पालन नहीं करवाने वाला अधिकारी। उन्होंने कहा कि साफ है कि अधिकारियों ने सही तरीके से काम नहीं किया। राज्य में यदि शराब आ रहा है तो सीमावर्ती जिलों के अधिकारी क्या कर रहे थे।
लापरवाही बरतने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराब कितनी खतरनाक है ये किसी से छिपा नहीं है, बावजूद लोग इसके धंधे में लगे हैं। अवैध तरीके से जहरीली शराब पी रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बार-बार कहते हैं कि ये सब कीजिएगा तो भारी नुकसान होगा लेकिन लोगों को फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम समझाएंगे नहीं बल्कि सीधी कार्रवाई होगी। लापरवाही बरतने वालों को चिह्नित किया जायेगा और कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में नशाखोरी के खिलाफ व्यापक अभियान की जरूरत है। जल्दी ही इसे चलाया जायेगा।