द फॉलोअप टीम, दिल्ली :
तीन महीने बाद हाथरस कांड में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दिया। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की से साथ हुए गैंगरेप और हत्या मामले में पांचो आरोपियों के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत भी धराएं लगाई गई है। यातना के मामले में चारो आरोपियों पर सीबीआई ने गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया। मामले में जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार को हाथरस में एक अदालत के सामने चार्जशीट दाखिल की। आरोपियों के वकील मुन्ना सिंह पुंढीर ने कहा कि सीबीआई ने चारो आरोपियों संदीप, लवकुश, रवि और रामू पर रेप और हत्या का आरोप लगाया गया है। वकील ने कहा कि सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत भी आरोप लगाए हैं।
इन धाराओं के तहत चार्जशीट
धारा 302 (हत्या), एससी-एसटी एक्ट, धारा 376 (रेप), धारा 376 डी (गैंगरेप) और धारा 376 ए (रेप के कारण मौत या स्थिति विकृतशील होना) के तहत चार्जशीट दाखिल किया गया है।
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क्या था पूरा घटनाक्रम
14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में कथित रूप से गैंगरेप और प्रताड़ना की शिकार हुई 20 साल की पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। 30 सितंबर को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में देर रात उसका अंतिम संस्कार हाथरस में कर दिया गया। कहा जा रहा था कि पुलिस ने बिना परिवार की इजाजत लिए मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया था। इसे लेकर पुलिस को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि परिवार की इच्छा के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट करेगा निगरानी
अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा की जा रही जांच की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट करेगा। हाथरस केस के मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक चिट्ठी लिखकर दावा किया था कि उसे और बाकी तीन आरोपियों को इस केस में फंसाया जा रहा है। उसने उल्टा पीड़िता की मां और भाई पर ही उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उसने चिट्ठी में सभी आरोपियों के लिए न्याय की मांग की थी।