द फॉलोअप टीम, रांची:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक आंकड़ा जारी किया वैक्सीनेशन को लेकर। इसमें जानकारी दी गई थी कि किस राज्य ने वैक्सीन का कितना उपयोग किया और कितना बर्बाद किया। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक बीते महीने में वैक्सीन बर्बाद करने के मामले में झारखंड पहले स्थान पर है। इस आंकड़े पर अब झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पलटवार किया है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि उन आंकड़ों के जरिए झारखंड को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
झारखंड को बदनाम करने का आरोप लगाया
बन्ना गुप्ता ने वैक्सीन की बर्बादी के मामले में केंद्र द्वारा झारखंड को बर्बाद करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि "झूठ फरेब और जुमलेबाजी के सहारे केन्द्र सरकार झारखंड को बदनाम कर रही हैं,आंकड़ो के बाजीगरी और फर्जी आंकड़े जारी करने का क्या मकसद हैं? क्या इसी तरह के फर्जी आंकड़ो के साथ पूरे देश को गुमराह किया जा रहा है? आदरणीय प्रधानमंत्री जी, गौर फरमाइए, झारखंड की वैक्सीन की स्थिति ये हैं"। बन्ना गुप्ता ने जो आंकड़ा जारी किया उसके मुताबिक सभी जिलों को अब तक 48 लाख 63 हजार 660 डोज दिया गया है, इस वक्त जिलों के पास 6 लाख 56 हजार 532 डोज उपलब्ध हैं, अभी तक 42 लाख 07 हजार 128 डोज उपलब्ध है और केवल 4 हजार 635 डोज बर्बाद हुई।
टीके की बर्बादी में झारखंड पूरे देश में सबसे आगे
टीके की बर्बादी के संदर्भ में झारखंड सभी राज्यों से आगे हैं। यानी झारखंड किसी भी दूसरे राज्य के मुकाबले ज्यादा वैक्सीन बर्बाद कर रहा है। झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी की दर (Vaccine wastage rate) 37.3 फीसदी है, जो कि देश में सबसे अधिक है। इसके बाद छत्तीसगढ़ (30.2%), तमिलनाडु (15.5%) और जम्मु कश्मीर (10.8%) जैसे राज्य भी हैं। भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में वैक्सीन बर्बादी की दर (10.7 %) है। इन सभी राज्यों में टीका बार्बादी की दर राष्ट्रीय औसत (6.3%) से बहुत ज्यादा है। झारखंड में राष्ट्रीय औसत से 6 गुणा ज्यादा वैक्सीन बर्बाद किये जा रहे हैं। यह डाटा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया है।
झारखंड सहित पूरे देश में जारी है वैक्सीनेशन
बता दें कि इस वक्त पूरे भारत में वैक्सीनेशन का तीसरा चरण जारी है। तीसरे चरण में 18 प्लस आयु वर्ग के सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। झारखंड में वैक्सीनेशन का तीसरा चरण जारी है। शहरी इलाकों में जहां वैक्सीन लगवाने के लिए भीड़ लग रही है वहीं ग्रामीण इलाकों में लोग वैक्सीनेशन को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं है। झारखंड में भी पूरे भारत की तरह कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे वैक्सीन लगवायें।