द फॉलोअप टीम, बोकारो:
मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर श्रमिकों ने बोकारो स्टील प्लांट में 30 जून को एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा कर दी है। श्रमिकों का कहना है कि स्टील प्लांट के कर्मियों का वेज रिवीजन पांच वर्षों से लंबित है। इसको लेकर कई बार मांग रखी गई लेकिन अब तक कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। कोरोना काल में हमने अधिक से अधिक समय तक काम कर के दिखाया है, फिर भी जब हमारे हक की बात आती है तो प्रबंधन चुप हो जाता है। यूनियन ने इस बाबत बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन को नोटिस देने का फैसला किया है। इस स्ट्राइक में एनजेसीएस सहित संयुक्त मोर्चा से जुड़े सभी यूनियन के शामिल होने की बात कही जा रही है।
28 जून से शुरू होगा आंदोलन
स्ट्राइक को सफल बनाने के लिए 28 जून को मजदूर काला बिल्ला लगाएंगे और 29 जून को भूख हड़ताल करेंगे। वहीं 30 जून को मजदूर काम नहीं करेंगे। एक दिवसीय हड़ताल का बोकारो स्टील प्लांट के मजदूरों और ठेका मजदूरों की ओर से स्वागत किया गया है। यूनियन के नेताओं का कहना है कि केन्द्रीय नेताओं की ओर से घोषित आन्दोलन का कार्यक्रम सेल बोकारो स्टील के मजदूरों की इच्छा और अपेक्षा के अनुरूप है। नेताओं ने कहा प्रबंधन अपनी शर्तों पर वेतन समझौता करना चाहता है।
इस बात को लेकर है प्रबंधन और मजदूरों में लड़ाई
प्रबंधन 10 वर्षों के लिए समझौता तो करना चाहता है लेकिन लाभ 5 वर्षों के वेतन समझौते से कम देना चाहता है। नेताओं ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ वेतन समझौता वार्ता प्रबंधन को करना ही होगा। मजदूर प्रबंधन को काफी समय दे चुके हैं। अब मजदूर आर-पार की लडाई के मूड में हैं। कम से कम 15% एमजीबी., 35% वैरीएबल पे, 9% पेंशन फंड, ठेका मजदूरों की मजदूरी में बढोतरी, कोविड- 19 से मृत कर्मचारियों, ठेका मजदूरों के आश्रित को नौकरी और समुचित मुआवजा देने जैसे मांग को लेकर 14 जून को ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के घटक यूनियन के साथ बोकारो स्टील प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस देंगे।