द फॉलोअप टीम, बोकारो:
जिगर के टुकड़े को विदेश ये सोच कर भेजा था कि बेटे के साथ साथ परिवार की जिन्दगी सुधर जायेगी। उन्हें क्या पता था, कि बेटा खुशहाली लेकर नहीं बल्कि जिन्दगी भर का गम दे जायेगा। बोकारो जिले के पेंक पंचायत के धवैया निवासी 34 वर्षीय हरिलाल महतो की मौत 12 दिन पहले मलेशिया में टावर से गिरने के कारण हो गई है। हरिलाल की मौत के बाद कंपनी ने वहां कार्यरत अन्य मजदूरों को बंधक बना एक आवास में बंद कर दिया ताकि उसकी मौत की सूचना स्वजनों को नहीं लग पाए। दो दिन बाद जब कंपनी ने बंद मजदूरों को कार्य के लिए बाहर निकाला तो उन्होंने घटना की जानकारी हरिलाल के स्वजनों को फोन से दी। मौत की सूचना मिलने के बाद स्वनजों का रो कर बुरा हाल है।
शिक्षा मंत्री से परिवार ने लगाई गुहार
12 दिन बीतने के बाद भी हरिलाल का शव पेक नहीं पहुंच सका है। हरिलाल के भाई भीमलाल महतो और पत्नी बिदिया देवी सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को पूरे मामले से अवगत कराते हुए मदद की गुहार लगाई है। शिक्षा मंत्री ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि पूरे मामले में सहयोग किया जाऐगा। हरिलाल पिछले पांच साल से मलेशिया में ट्रांसमिशन लाइन में काम कर रहा था। भाई ने बताया कि जब कंपनी के पदाधिकारी से फोन कर जानकारी लेनी चाही तो उसने धमकी देते हुए कहा कि हरिलाल के मौत के बारे में किसी को पता नहीं चलना चाहिए। अगर इस बात की जानकारी किसी को दी तो मुआवजा तो दूर शव देखने को नसीब नहीं होगा। इस पूरे मामले को स्थानीय भुनेश्वर कुमार महतो ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को ट्वीट कर जानकारी देते हुए मदद मांगी है। वहीं स्वजन पिछले 12 दिनों से शव आने का इंतजार कर रहे हैं।