द फॉलोअप टीम, दुमका:
20 दिन पहले मसानजोर थाना क्षेत्र के पारशिमला गांव से 66 मजदूरों को एक एजेन्ट काम दिलवाने के नाम पे लद्दाख ले गया था। वहां मजदूर पहुंचे तो कोई काम था ही नहीं। कुछ दिन तक तो काम की तलाश में सब भटकते रहे लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। जिस सड़क निर्माण एजेंसी के भरोसे गए थे उसने साफ कह दिया कि काम नही है।
एजेंट भी खिसक गया था
एजेन्ट भी वहां से खिसक गया। अब मजदूरों के पास ना तो खाने के पैसे है और ना ही झारखंड वापस आने के। किसी भी तरह से इन मजदूरों ने दुमका के डीसी राजेश्वरी बी से संपर्क किया है। जिसके बाद उपयुक्त ने संज्ञान लिया है। डीएम के प्रयास से मजदूरों की वापसी मुमकिन हो पायी है। इस कार्य में लेह लद्दाख के डीएम दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी का पूरा सहयोग कर रहे हैं।
लेह के डीएम कर रहे मदद
दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी ने पत्रकारों से फोन पर बात करते हुए बताया है कि लेह के डीएम श्रीकांत से बात हुई है। वह आग्रह पर मजदूरों की मदद कर रहे हैं। डीएम ने उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर दी है। उन्हें जम्मू तक लौटने के लिए वाहन भी उपलब्ध कराया। मजदूर जैसे ही जम्मू पहुंच जाएंगे फिर वहां से झारखंड सरकार उन्हें वापस लाएगी।