द फॉलोअप टीम, सिमडेगाः
बीते 4 जनवरी को सिमडेगा में भीड़ ने एक शख्स को जिंदा जलाकर मार दिया था। मृतक संजू प्रधान पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि वह जंगल से लकड़ी काटकर बेच देता था और साथ में खुद के नक्सली होने का धौंस जमाता था। आज इस मामले में ताजा अपडेट है कि पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कोलेबिरा और ठेठईनगर थाना ने मिलकर आरोपियों को पकड़ा है। गिरफ्तार आरोपियों में नेल्सन बुध्द, जिलान लुगुन, उदय समद शामिल है। लेकिन अब भी एक नामजद आरोपी फरार चल रहा है।
सबने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
बता दें कि इस मामले में अब तक 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस बाकि आरोपियों की गिरफ्तार के लिए लगातार छापोमारी कर रही है। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार को भाजपा का पूरा सर्मथन मिल रहा है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए भाजपा के तमाम नेता उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे है। विधायक दल के नेता बाबुलाल मरांडी मृतक की पत्नी से मिलने सिमडेगा भी गये थे।
खुटकट्टी कानून के नाम पर भड़काने का आरोप
संजू प्रधान की पत्नी ने 28 दिसंबर खुटकट्टी जतरा का जिक्र करते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं को बताया था कि कोलेबिरा विधायक ने उस जतरा में शामिल होकर खुटकट्टी कानून के नाम पर ग्रामीण को भड़काया था। जिसके बाद ही 4 जनवरी को 500 से अधिक लोगों की भीड़ उसके घर आई और उसके पति को जिंदा जला दिया। इस आरोप पर विक्सल कोंगाड़ी ने सफाई देते हुए कहा कि हर साल की तरह ही जतरा का आयोजन हुआ था, जिसमें वो भी शामिल हुए थे। जहां उन्होंने इस अनोखे खुटकट्टी कानून की जानकारी ग्रामीणों को दी थी, उन्हें किसी भी प्रकार से भड़काया नहीं गया था।