द फॉलोअप टीम, रांची :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड/वनांचल और जेपी आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग द्वारा आंदेलनकारियों की सूचियों में सुधार करने से संबंधित अधिसूचना को अपनी मंजूरी दे दी है। आयोग द्वारा पहली, दूसरी, तीसरी, पांचवी, छठी और नौवीं सूची में उन्नीस आंदोलनकारियों के नाम हैं। इनमें बोकारो जिले के दो, पूर्वी सिंहभूम के चार, गिरिडीह के एक, जामताड़ा के दो, लोहरदगा के तीन, रांची के पांच और सरायकेला-खरसांवा के दो आंदोलनकारी आवेदक शामिल हैं।
कई जिलों से जुड़े हैं नाम -
झारखंड/वनांचल और जेपी आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग द्वारा किए गए सुधार प्रतिवेदनों के बाद आंदोलनकारियों की जो सूची संपुष्ट हुई है, उनमें बोकारो के लखिन्दर महतो और लंबोदर महतो, पूर्वी सिंहभूम जिले के पाहाड़ नायक, गौरी शंकर दास, हरिशंकर महतो और एडिएल मिंज, गिरिडीह जिले के रामचरण मंडल, जामताड़ा के मोहम्मद इम्तियाज खां और आंदोलनकारी स्वर्गीय विनोद राय की आश्रित पत्नी हिमानी राय, लोहरदगा के जलेश्वर उरांव, जॉर्ज कुजूर एवं प्रदीप राणा, रांची के दिलीप कोस्मस खेस, मनोज मिंज, नवीन केशरी उर्फ प्रवीण केशरी, आंदोलनकारी स्वर्गीय साबिर अंसारी की आश्रित पत्नी सैफून निशा और परमेश्वर महतो, सरायकेला-खरसांवा जिले के विमल कुमार हाईबुरु और बुधराम उर्फ बुतरू के नाम शामिल हैं।
क्या है पेंशन का प्रावधान :
- छह माह से ज्यादा समय जेल में रहने वाले आंदोलनकारी को 5000 रुपये प्रतिमाह पेंशन।
- छह माह से कम और तीन महीने से अधिक दिनों तक जेल में रहने वाले आंदोलनकारी को 3000 रुपये प्रतिमाह पेंशन।
- तीन माह से कम और एक महीने से अधिक जेल में रहने वाले आंदोलनकारी को दो हजार रुपये प्रतिमाह माह पेंशन।
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