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कोविड-19 के दिशा-निर्देश के साथ मां छिन्नमस्तिका मंदिर में पूजा की तैयार शुरु

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द फॉलोअप टीम, रजरप्पा
दीपावली और काली पूजा को लेकर देश के सबसे प्रसिद्ध सिद्ध पीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में तैयारी जोरों पर है। पूरे मंदिर को सजाने के लिए मंदिर में रंग रोगन और साफ-सफाई का काम चल रहा है।रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके मंदिर सिद्ध पीठ स्थल है। ऐसा लोगों का विश्वास है कि यहां कण-कण में मां भगवती का वास है।यही कारण है कि देश भर से तंत्र मंत्र सिद्धि के लिए लोग दीपावली की रात अमावस्या को रजरप्पा पहुंचते हैं और साधना करते हैं।

क्या है मंदिर की मान्यता
ऐसा लोगों का विश्वास है कि इस मंदिर प्रक्षेत्र में कई अलौकिक शक्तियां अदृश्य रूप से विचरण करती रहती हैं।इस कारण रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके मंदिर में काली पूजा पर भक्तों की भीड़ तो रहती ही है। इसके साथ ही तंत्र साधक भी बड़ी संख्या में वहां पहुंचते हैं।

बंगाल से आए कारीगर
कालरात्रि के पूजा को लेकर पूरे मंदिर क्षेत्र को बंगाल से आए कारीगर रंग रोगन करने में जुटे हुए है।मंदिर के पुजारी लोकेश पंडा ने बताया कि दीपावली में अमावस्या की रात विशेष पूजा की जाती है।जिसको लेकर यहां श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं और मां से अपनी मनोकामना मांगते हैं।

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कोविड-19 के दिशा-निर्देश में होगा पूजा
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में पूजा अर्चना का काम किया जा रहा है और उसी तर्ज पर काली पूजा की भी तैयारी की जा रही है।मंदिर के पुजारी सुभाशीष पंडा ने बताया कि बंगाल से आए 14 कारीगरों की टीम पूरे मंदिर क्षेत्र के रंग रोगन और सजाने में जुटी हुई है। अमावस्या के दिन मंदिर रात भर खुला रहता है।पूरे साल दीपावली की अमावस्या को ही मंदिर रातों भर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुला रहता है।