द फॉलोअप टीम, पटना :
मूंगेर गोलीकांड मामला धीरे-धीरे तुल पकड़ता जा रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होना है। राजनीतिक दलों के लिए भी मूंगेर गोलीकांड एक ठोस मुद्दा बन गया है। इस मामले में मृतक युवक अनुराग पोद्दार के पिता के बयान के बाद मामला और भी गर्मा गया है। मृतक युवक के पिता ने कहा कि पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से मेरे बेटे की मौत हुई है। इस बयान के आधार पर पुलिसवालों के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया है।
20 से 25 पुलिस के खिलाफ केस
मूर्ती विसर्जन करने के दौरान हुई लाठीचार्ज के खिलाफ लगभग 20 से 25 पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं डीआईजी ने बताया कि 29 अक्टूबर को आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में 5 एफआईआर दर्ज की गईं। कुछ लोगों की पहचान कर ली गई है। इसी के साथ सीसीटीवी के आधार पर मामले की जांच जारी है।
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क्या था मूंगेर गोलीकांड का पूरा मामला
दरअसल 26 अक्टूबर की रात के करीब 11:45 बजे श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच विवाद शुरू हुआ। इसके बाद कुछ लोगों ने पुलिस और सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पथराव के दौरान मुंगेर पुलिस ने सबसे पहले हवाई फायरिंग की। फायरिंग के बाद भीड़ और ज्यादा आक्रोशित हो गई और पथराव भी तेज हो गया। हालात को बेकाबू होते देख सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल एम गंगैया ने अपनी इंसास राइफल से 13 राउंड गोलियां हवा में दागीं। इस फायरिंग में अनुराग पोद्दार की मौत हो गई थी और 6 अन्य लोग घायल हो गए थे। इस घटना से नाराज लोगों ने 29 अक्टूबर को आगजनी और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया था।