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हजारीबाग की छात्रा की आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस, कई तथ्यों का होना है खुलासा

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द फॉलोअप टीम, हजारीबाग 
हजारीबाग में छात्रा की आत्महत्या के मामले की एसआईटी जांच शुरू हो गई है। कई पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस इस दौरान अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। बता दें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बोचो गांव की छात्रा की आत्महत्या मामले में एसपी कार्तिक एस द्वारा गठित एसआईटी टीम ने जांच शुरू कर दी है। एसआईटी टीम का नेतृत्व सदर एसडीपीओ कमल किशोर कर रहे हैं, जबकि पूरी टीम की मॉनिटरिंग एसपी खुद कर रहे हैं। छात्रा के मोबाइल, आरोपी मंजीत कुमार का मोबाइल समेत सभी संदिग्ध मोबाइल और फेसबुक इंस्टाग्राम आईडी अकाउंट को टेक्निकल सेल खंगालना शुरू कर दिया है।

कहीं ये प्रेम प्रसंग का मामला तो नहीं?
इस मामले में इसकी जांच भी की जा रही है कि कहीं छात्रा और मंजीत के बीच प्रेम प्रसंग तो नहीं चल रहा था। मंजीत से भी अधिक बढ़ चढ़कर सचिन सक्सेना क्यों लगातार उससे बातें करता रहा। उसने मोबाइल पर बातचीत के दौरान जिस तरह की बातों का उल्लेख किया है, उसे भी पुलिस ने गंभीरता से लिया है और एक-एक बिंदु पर जांच शुरू कर दी है।

एसआईटी टीम की जांच शुरू 
बातचीत के दौरान सचिन सक्सेना ने पुलिस प्रशासन का भय नहीं होने और पुलिस को चुनौती देने का प्रयास किया है। साथ ही उसने खुद को गैंगस्टर बनने की बात कही है। वहीं छात्रा की मौत के मामले में आरोपी मंजीत के भाई रंजीत की क्या भूमिका रही है, वह कहां गुनाहगार है इसकी भी बारीकी से जांच की जा रही है। सभी बिंदुओं पर हजारीबाग पुलिस प्रशासन की एसआईटी टीम गंभीर है और हर पहलू पर जांच शुरू कर दी गई है।

तेज हुई पुलिसिया कार्रवाई 
इधर छात्रा द्वारा दर्ज करायी गयी एफआईआर के बाद आरोपी मंजीत कुमार द्वारा दिए गए आवेदन में एक अन्य युवक के नाम का उल्लेख किया गया था। पुलिस उसे भी खंगालने में जुट गई है कि वह कौन है और इस मामले में उसकी क्या भूमिका हो सकती है। हालांकि जारी जांच के मामले में अभी हजारीबाग पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। एसपी कार्तिक एस ने कहा कि मामले की इन्वेस्टिगेशन जारी है। जब तक इन्वेस्टिगेशन पूरी नहीं हो जाती, तबतक इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देना सही नहीं होगा।

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क्या सचिन डिप्रेशन का शिकार है?
इधर, सचिन सक्सेना के अभिभावक ने बताया कि पिछले दो साल से उनका पुत्र सचिन सक्सेना डिप्रेशन का शिकार है। उसका ट्रीटमेंट भी कई चिकित्सकों से चल रहा है। उन्होंने इलाज से संबंधित कई डाक्यूमेंट्स भी प्रस्तुत किया है। उनका कहना है कि फोन पर हुई बातचीत में सचिन की कोशिश छात्रा और मंजीत के बीच उभरे विवाद को पाटना प्रतीत होता है। उसके डिप्रेशन के रोग को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं, लेकिन अभी कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है।