द फॉलोअप टीम, रांची:
स्टेशन और एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के नाम पर केवल परपंच रचा जा रहा है। यात्रियों की सैंपल कलेक्शन और कोरोना जांच सही ढंग से नहीं की जा रही। कवर कुछ ही लोगों की जांच हो रही है, बाकी हजारों यात्री बिना जांच और सैंपल दिए ही घर आ रहे है। जिला प्रशासन ने अब ढील देनी शुरू कर दी है। बाहर से करीब 11 हजार यात्री रांची स्टेशन पहुंच रहें हैं और जांच केवल चार सौ यात्रियों की हो रही है। एयरपोर्ट का भी यही हाल है। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट में 300 यात्रियों की जांच हो रही है। जबकि यहां हर दिन एक हजार लोग पहुंच रहें हैं।
पर्याप्त टीम नहीं
जिला प्रशासन ने रांची स्टेशन में सिर्फ 400 कोरोना टेस्ट का लक्ष्य रखा है। हटिया स्टेशन में भी 400 और एयरपोर्ट में 300 लोगों की जांच। जबकि सिर्फ रांची स्टेशन की बात करें तो 11 हजार लोग बाहर से हर रोज आ रहे हैं। ऐसे में हजारों यात्रियों के जांच के लिए पर्याप्त जांच टीम ही नहीं है। सिमित संसाधन के साथ प्रशासन सीमित संख्या में जांच कर रही है। टीम के सदस्य ने बताया कि अधिक संख्या में जांच करने के लिए ज्यादा संसाधन की जरूरत है। जो हमारे पास उपलब्ध नहीं है।
जिला प्रशासन के दावे फेल
एक सप्ताह पहले ही जिला प्रसाशन की बैठक हुई थी जिसमे यह तय हुआ था कि बाहर से आनेवाले सभी यात्रियों की निश्चित रूप से जांच की जाएगी। लेकिन टीम ना होने के कारण सभी दावे फेल हो गए। मात्र 400 लोगों का ही टेस्ट हो रहा है। स्टेशन और एयरपोर्ट में जांच करने आयी टीम इतने यात्रियों की जांच कर हर दिन कोटा पूरा कर रही है।