द फॉलोअप टीम, जमशेदपुर
चेहरे से मासूम। लेकिन मासूमियत के पीछे फैला ड्रग का कारोबार। पुलिस भी हैरान हुई। परेशान हुई। लेकिन जब मामला खुला तो दांतों तले उंगलियां दबा ली। नशे के धुंएं के बीच नग्मा खातून का चेहरा उभरता है। सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र की मुस्लिम बस्ती में जब पुलिस की टीम ने छापामारी की तो नशे के कारेबार में इस महिला अपराधी को देख उसके होश उड़ गये।
354 पुडिया ब्राउन शुगर बरामद
नग्मा खातून के पास से पुलिस ने 354 पुडिया ब्राउन शुगर बरामद किया, जिसका वजन 37ग्राम है। पूछताछ में महिला ने बताया कि वे आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती में ड्रग्स पहुंचाने और बिक्री करती थी।
अबतक पांच महिलाएं गिरफ्तार
ब्राउन शुगर कारोबार के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। बीते छह माह में ड्रग्स बेचने वाले 15 से अधिक लोग पकड़े गए हैं। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। मुख्य सरगना डॉली परवीन को पुलिस ने जुलाई में गिरफ्तार किया था। वह सरायकेला जेल में बंद है।
अभी भी पकड़ से दूर है मास्टर माइंड
जमशेदपुर में ड्रग्स की खरीद-बिक्री जारी है। डॉली परवीन के कई रिश्तेदारों और पति को भी पुलिस जेल भेज चुकी है। धंधे में महिलाएं शामिल हैं। ब्राउन शुगर का धंधा आदित्यपुर से जमशेदपुर के बर्मामाइंस, सिदगोड़ा, मानगो, सीतारामडेरा, आजादनगर तक फैल चुका है। ड्रग्स बिक्री करने वाले पकड़े जा रहे हैं, लेकिन ड्रग्स उपलब्ध कराने वाले सप्लायर गिरफ्त में नहीं आ रहे।
पुलिस को चलाना होगा बड़ा अभियान
लौहनगरी जमशेदपुर को ‘उड़ता पंचाब’ बनने से बचाने के लिए पुलिस को एक बड़ा अभियान चलाने की जरूरत है। पिछले एक सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो हर दिन लौहनगरी में ड्रग्स का कारोबार बढ़ता जा रहा है। अपराधी पकड़े भी जा रहे हैं, लेकिन कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। छह माह में 15 गिरफ्तारी हुई है।
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क्या लॉकडाउन के चलते बढ़ा नशे का कारोबार
पुलिस गुप्तचरों की मानें तो कई सालों से ये कारोबार जमशेदपुर में चल रहा है। लेकिन 2020 में इस कारोबार में तेजी आई है। जानकार इसके पीछे लॉकडाउन भी बड़ी वजह बता रहे हैं। नोटबंदी और इकोनॉमी में गिरावट के बाद लॉकडाउन के चलते आदित्यपुर में कई फैक्ट्रियां बंद हो गईं। कई लोग बेरोजगार हो गये। कहीं वे लिहाजा डिप्रेशन में नशे के आदी तो नहीं हो रहे हैं।