द फॉलोअप टीम, रांची:
संत रविदास का जन्म 15 वीं शताब्दी माघ पूर्णिमा के दिन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक चर्मकार परिवार में हुआ था। वे एक महान संत, दर्शनार्थी कवि, समाज सुधारक और ईश्वर के सच्चे अनुयाई थे। उत्तर भारत के भक्ति आंदोलन का उन्होंने नेतृत्व किया। संत कबीर और संत गुरु नानक के समकक्ष थे। उनके कर्म-वचन और ईमानदारी निष्ठा को जन-जन तक पहुंचाने और उनके विचारों को अपनाने की जरूरत है। उक्त बातें भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के नेताओं ने कही हैं। मोर्चा के बैनर तले संत रविदास की 644वीं जयंती मनाई जा रही थी। आयोजन भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुआ।
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इन्होंने किया संबोधित
मोर्चा के प्रमंडल प्रभारी उपेंद्र कुमार रजक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने दलित समाज में जन्मे संत महात्माओं को जीवन संघर्षों को निरंतर आगे लाने का प्रयास किया है। इनके अलावा रांची महानगर के अध्यक्ष केके गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नीरज पासवान, जिला प्रभारी युवराज पासवान, सीता राम रवि महानगर महामंत्री विनोद राजन, मंत्री संजय रबिदास ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में रणधीर रजक, विनोद राजन, संजय रविदास, छोटू पासवान, वीरू पासवान, अमित कुमार, संतोष रवि, विनोद कुमार, जय प्रकाश, जगदीश दास, भोला नायक, वीरू पासवान आदि उपस्थित थे।