द फॉलोअप डेस्क
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक ट्वीट किया है। इस ट्विट में उन्होंने कहा है कि कैश फॉर क्वेरी मामले में उनके खिलाफ लोकपाल ने गलत फैसला सुनाया है। बता दें कि लोकपाल ने कैश फॉर क्वेरी मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया है। इस मामले को सबसे पहली बार झारखंड के गोड्डा बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे ने संसद में उठाया था। महुआ ने इसी से प्रेरित होकर ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने लिखा है, हो सकता है झारखंड की 'पिटबुल एसोसिएशन' भी बीजेपी के अधीन लोकपाल समिति के रूप में काम कर रहा हो। बाबूलाल मरांडी ने इसी ट्वीट पर आपत्ति जाहिर की है।
Amused to see how headless LokPal with no full time Chairman “referred” my case to CBI.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 25, 2023
RTI of 3/11/23 says LokPal has no Chairman since May 2022 & 3 of 8 member posts also vacant!
Maybe Jharkhand Branch of Pitbull Association also moonlighting as Lokpal Committee under BJP. pic.twitter.com/XCFWoDgSqf
क्या कहा है महुआ ने
मरांडी ने जवाबी ट्वीट में कहा है कि झारखंड के लोगों के लिए 'पिटबुल' जैसा शब्द इस्तेमाल करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। ये झारखंडी अस्मिता के साथ खिलवाड़ है। प बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को चाहिये कि वे तुरंत अपने सांसद महुआ मोइत्रा से इस्तीफा लें। गौरतलब है पिटबुल अमेरिकन नस्ल के एक कुत्ते को कहा जाता है। बहरहाल, बाबूलाल ने महुआ को सलाह देते हुए कहा है कि आपको कानून का सामना करना चाहिये। अगर आप दोषी नहीं है तो आपको डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। बता दें कि महुआ ने खुद पर लगे आरोपों की जांच सीबीआई से कराने पर आपत्ति दर्ज की है। जानकारों का मानना है कि इससे महुआ की सांसद सदस्यता खतरे में पड़ सकती है। टीएमसी सांसद के ट्वीट का जवाब सांसद निशिकांत दुबे ने भी दिया है। उन्होंने बिना नाम लिये महुआ पर पैसे लेकर जमीर बेचने का आरोप लगाया है।
महुआ मोइत्रा जी को झारखंड के बारे में घटिया शब्दों का इस्तेमाल करने से परहेज़ करना चाहिए। जानकारी का अभाव है या घबराहट? ये तो बाद में पता चलेगा। लेकिन चीखने, चिल्लाने और गलथेथरयी करने से कोई अपने अपराध से मुक्त नहीं हो जाता।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 25, 2023
महुआ जी को जॉंच और क़ानून का सम्मान करना चाहिए। अगर… https://t.co/p6XgRdu00e
क्या है निशिकांत का आरोप
गौरतलब है कि ‘कैश फोर क्वेरी’ मामले में BJP सांसद निशिकांत दुबे ने TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगाया है। कहा है कि मोइत्रा की संसदीय मेल आईडी को दुबई में 47 बार खोला गया। इतनी ही बार ईमेल आईडी यानी संसद पोर्टल से लोकसभा में सवाल भी पूछे गये। निशिकांत ने आगे कहा है कि अगर ये खबर सही है तो देश के सभी सांसदों को महुआ के खिलाफ गोलबंद हो जाना चाहिये। ससंदीय ईमेल के माध्यम से हीरानंदानी के लिए हीरनंदानी ने ही लोकसभा में सवाल पूछे। निशिकांत ने आगे कहा है कि क्या हम सांसद पूंजीपतियों के स्वार्थ को पूरा करने के लिए सासंद बने हैं।